हरियाणा-पंजाब पानी विवाद पर अभय चौटाला को भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बडौली का पलटवार

हरियाणा और पंजाब के बीच पानी के मुद्दे पर सियासत एक बार फिर गरमा गई है। इनेलो नेता अभय चौटाला द्वारा हरियाणा सरकार पर पानी के मुद्दे पर चुप्पी साधने के आरोप लगाने के बाद, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बडौली ने तीखा पलटवार किया। ...

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हरियाणा और पंजाब के बीच पानी के मुद्दे पर सियासत एक बार फिर गरमा गई है। इनेलो नेता अभय चौटाला द्वारा हरियाणा सरकार पर पानी के मुद्दे पर चुप्पी साधने के आरोप लगाने के बाद, भाजपा प्रदेशाध्यक्ष मोहन लाल बडौली ने तीखा पलटवार किया। उन्होंने कहा कि अभय चौटाला हमेशा राजनीतिक ख्यालों में रहते हैं और ऐसे बयान देकर राजनीति चमकाते हैं। बडौली ने जोर देते हुए कहा कि हरियाणा में ट्रिपल इंजन की सरकार है जो लगातार विकास कार्य कर रही है।


भगवान परशुराम जयंती पर बडौली का बयान

रविवार को भगवान परशुराम जयंती के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में मोहन लाल बडौली पत्रकारों से बातचीत कर रहे थे। इस दौरान बालकिशन शास्त्री, रामकुमार शर्मा सिंगवाल, नरेश भारद्वाज, बीरबान करोड़ा, राजेंद्र शर्मा, कपिल खेड़ी, विकास गुहना और मनदीप बाबा लदाना भी मौजूद रहे।


‘हरियाणा का पानी न कभी रुका है, न रुकेगा’

बडौली ने स्पष्ट किया कि पंजाब से हरियाणा के हिस्से का पानी कभी नहीं रुका और न ही रुकेगा। उन्होंने कहा कि जल बंटवारे का समझौता कोई आज का नहीं है, बल्कि पंजाब, हरियाणा और हिमाचल के अलग होने के वक्त ही यह तय हुआ था। यह प्राकृतिक जल स्रोत है जिस पर सभी का समान अधिकार है। उन्होंने कहा कि बीबीएमबी (भाखड़ा ब्यास मैनेजमेंट बोर्ड) एक स्वतंत्र संस्था है जो पानी के बंटवारे का काम करती है।


‘केजरीवाल सरकार कर रही सियासी स्टंट’

बडौली ने कहा कि पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार है और इसी पार्टी ने दिल्ली में भी हरियाणा पर यमुना के पानी में जहर मिलाने का आरोप लगाया था। तब मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने यमुना का आचमन कर पानी पीकर दिखाया था। बडौली ने इसे राजनीतिक स्टंट बताया और कहा कि हरियाणा और पंजाब की जनता इन सियासी खेलों को अच्छे से जानती है।


वन नेशन वन इलेक्शन पर क्या बोले बडौली?

वन नेशन वन इलेक्शन के सवाल पर मोहन लाल बडौली ने कहा कि यह सिर्फ भाजपा का नहीं, बल्कि पूरे राष्ट्र का एजेंडा है। उन्होंने कहा कि देशभर की पंचायतें और संस्थाएं इसके समर्थन में राष्ट्रपति को प्रस्ताव भेज रही हैं। पूर्व राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद की अध्यक्षता में बनी कमेटी ने भी रिपोर्ट दी है कि इस व्यवस्था से देश में विकास कार्यों की रफ्तार बढ़ेगी। उन्होंने बताया कि 1962 तक देश में विधानसभा और लोकसभा चुनाव एक साथ होते थे, लेकिन कुछ कारणों से यह व्यवस्था टूट गई, जिसे फिर से लागू करने की जरूरत है।


राजनीति या विकास? जनता करेगी फैसला

हरियाणा और पंजाब के बीच पानी का विवाद नया नहीं है लेकिन इस बार यह मुद्दा फिर सियासत के केंद्र में आ गया है। एक ओर विपक्ष सरकार को निशाने पर ले रहा है, वहीं सरकार अपनी उपलब्धियों और मजबूती का दम भर रही है। अब देखना यह है कि जनता किसे सच मानती है और आने वाले समय में यह विवाद किस मोड़ पर जाता है।

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कावेरी "द न्यूज़ रिपेयर" की एक समर्पित और खोजी पत्रकार हैं, जो जमीनी हकीकत को सामने लाने के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी में सामाजिक सरोकार, जनहित और निष्पक्ष रिपोर्टिंग की झलक मिलती है। कावेरी का उद्देश्य है—सच्ची खबरों के ज़रिए समाज में बदलाव लाना और उन आवाज़ों को मंच देना जो अक्सर अनसुनी रह जाती हैं। पत्रकारिता में उनकी पैनी नजर और निष्पक्ष दृष्टिकोण "द न्यूज़ रिपेयर" को विश्वसनीयता की नई ऊँचाइयों तक ले जा रहे हैं।

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