चरखी दादरी: हरियाणा सरकार में गृह एवं परिवहन मंत्री अनिल विज के निर्देश पर बिजली विभाग में बड़ी कार्रवाई की गई है। चरखी दादरी के कनिष्ठ अभियंता (JE) राजेन्द्र सिंह को ड्यूटी में लापरवाही और बिजली कनेक्शन में गड़बड़ी के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।
निगम को हुआ था भारी नुकसान
चार्जशीट के अनुसार, JE राजेंद्र सिंह ने बिजली कनेक्शन जारी करने में लापरवाही बरती, जिससे दक्षिण हरियाणा बिजली वितरण निगम (DHBVN) को वित्तीय नुकसान उठाना पड़ा। इस मामले को गंभीर मानते हुए मंत्री अनिल विज ने तुरंत प्रभाव से निलंबन के आदेश जारी किए।
DHBVN को मिला था मंत्री कार्यालय से आदेश
मिली जानकारी के अनुसार, DHBVN, चरखी दादरी के XEN ओपी डिवीजन ने इस मामले में रिपोर्ट तैयार कर चीफ इंजीनियर (ओपी सर्कल), भिवानी को सौंपी थी। इसके बाद मंत्री अनिल विज के कार्यालय से प्राप्त चार्जशीट के आधार पर DHBVN के प्रबंध निदेशक को JE राजेंद्र सिंह को सस्पेंड करने के आदेश दिए गए।
किस पद पर तैनात थे JE राजेन्द्र सिंह?
राजेन्द्र सिंह चरखी दादरी में एएफएम और एरिया-इंचार्ज के तौर पर कार्यरत थे। उन पर आरोप है कि उन्होंने नियमों की अनदेखी करते हुए गलत तरीके से बिजली कनेक्शन जारी किए, जिससे निगम को राजस्व का नुकसान हुआ।
क्या बोले अनिल विज?
हालांकि इस मामले में अनिल विज का आधिकारिक बयान सामने नहीं आया है, लेकिन सूत्रों के अनुसार, उन्होंने स्पष्ट कहा कि “किसी भी अधिकारी द्वारा लापरवाही या भ्रष्टाचार को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।” विज पहले भी कई विभागीय अधिकारियों पर कार्रवाई कर चुके हैं और पारदर्शिता के पक्षधर माने जाते हैं।
विभागीय जांच जारी
JE के निलंबन के साथ-साथ मामले की विस्तृत विभागीय जांच भी शुरू कर दी गई है। यह पता लगाने की कोशिश की जा रही है कि कहीं इस पूरे मामले में अन्य अधिकारी या कर्मचारी भी संलिप्त तो नहीं हैं।
निष्कर्ष
इस कार्रवाई से साफ है कि हरियाणा सरकार, विशेषकर मंत्री अनिल विज, कर्मचारियों की लापरवाही या भ्रष्टाचार पर सख्त रुख अपनाए हुए हैं। यह निलंबन अन्य अधिकारियों के लिए चेतावनी है कि सरकारी कार्यों में अनियमितता अब नहीं चलेगी।