इस्लामाबाद: पाकिस्तान के सिंध प्रांत में शनिवार (19 अप्रैल 2025) को एक चौंकाने वाली घटना सामने आई, जहां धार्मिक मामलों के हिंदू राज्य मंत्री व पाकिस्तान मुस्लिम लीग-नवाज (PML-N) के सांसद खील दास कोहिस्तानी के काफिले पर प्रदर्शनकारियों ने हमलाकर दिया। यह घटना तब हुई जब मंत्री थट्टा जिले से गुजर रहे थे।
हमले की पूरी कहानी: क्यों भड़के प्रदर्शनकारी?
- नहर योजना का विरोध: प्रदर्शनकारी सिंध में नई नहरों के निर्माण के खिलाफ रैली निकाल रहे थे।
- हिंसक प्रदर्शन: भीड़ ने मंत्री के वाहनों पर टमाटर, आलू और पत्थर फेंके, सरकार विरोधी नारे लगाए।
- मंत्री सुरक्षित: अधिकारियों ने बताया कि कोहिस्तानी को शारीरिक चोट नहीं आई, लेकिन यह हमला सांप्रदायिक तनाव का संकेत देता है।
पाकिस्तानी नेताओं की प्रतिक्रिया:
✔ प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने मंत्री को फोन कर जांच का आश्वासन दिया:
- “जन प्रतिनिधियों पर हमला बर्दाश्त नहीं किया जाएगा, दोषियों को सख्त सजा मिलेगी।”
✔ सिंध के मुख्यमंत्री मुराद अली शाह ने पुलिस को 24 घंटे में गिरफ्तारी का आदेश दिया।
✔ सूचना मंत्री अता तरार ने आईजीपी और गृह सचिव से तत्काल रिपोर्ट मांगी।
सेना प्रमुख का विवादास्पद बयान:
मात्र 4 दिन पहले, पाकिस्तानी सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर ने एक समारोह में कहा था:
“हमें आने वाली पीढ़ियों को बताना होगा कि हम हिंदुओं से अलग क्यों हैं। हमारे धर्म, रीति-रिवाज, विचार और महत्वाकांक्षाएं अलग हैं।”
इस बयान के बाद से ही पाकिस्तान में हिंदू अल्पसंख्यकों के खिलाफ माहौल गर्माया हुआ है।
कौन हैं खील दास कोहिस्तानी?
- जन्मस्थान: जमशोरो, सिंध
- राजनीतिक सफर:
- 2018 में पहली बार PML-N से एमएनए चुने गए।
- 2024 में दोबारा जीतकर धार्मिक मामलों का राज्य मंत्री बने।
- विवाद: पाकिस्तान में हिंदू होने के बावजूद इस्लामी मामलों का प्रभार संभालना चुनौतीपूर्ण रहा।
पाकिस्तान में हिंदुओं की स्थिति:
- जनसंख्या: 2.1% (लगभग 44 लाख)
- प्रमुख मुद्दे:
- जबरन धर्मांतरण
- हिंदू लड़कियों का अपहरण (“भगत सिंह जयसिंह” जैसे मामले)
- मंदिरों पर हमले (कराची का श्री कृष्ण मंदिर हमला याद करें)
अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया क्या होगी?
- भारत अब तक चुप, लेकिन विदेश मंत्रालय नोटिस ले सकता है।
- यूएन मानवाधिकार परिषद पहले ही पाकिस्तान में अल्पसंख्यक उत्पीड़न पर रिपोर्ट जारी कर चुकी है।