पंजाब सरकार का ‘युद्ध नशयां विरुद्ध’ अभियान: 12 दिन में बडी़ सफलता, अब तक 1188 लोग तस्कर गिरफ्तार

पंजाब की भगवंत मान सरकार ने नशे के खिलाफ बड़ी जंग छेड़ रखी है, जिसे ‘युद्ध नशयां विरुद्ध’ नाम दिया गया है। यह अभियान सिर्फ 12 दिनों में ही प्रभावशाली नतीजे देने लगा है। सरकार की इस मुहिम के तहत अब तक 875 एफआईआर ...

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पंजाब की भगवंत मान सरकार ने नशे के खिलाफ बड़ी जंग छेड़ रखी है, जिसे ‘युद्ध नशयां विरुद्ध’ नाम दिया गया है। यह अभियान सिर्फ 12 दिनों में ही प्रभावशाली नतीजे देने लगा है। सरकार की इस मुहिम के तहत अब तक 875 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं, जबकि 1,188 नशा तस्करों को गिरफ्तार किया गया है। इसके अलावा, 35 लाख रुपये की ड्रग मनी जब्त की गई है। नशीले पदार्थों की जब्ती में भी बड़ा इजाफा हुआ है, जिसमें 68 किलो हेरोइन, 873 किलो भुक्की, 42 किलो अफीम, 3.5 किलो चरस और 6,74,370 नशीली गोलियां शामिल हैं।

यह जानकारी पंजाब के वित्त मंत्री और नशा विरोधी अभियान के कैबिनेट उप-समिति के अध्यक्ष हरपाल सिंह चीमा ने दी। उन्होंने बताया कि NDPS एक्ट के तहत सजा की दरों की तुलना करते हुए मौजूदा सरकार ने शानदार प्रदर्शन किया है। कांग्रेस शासन के दौरान यह दर 58% थी, जबकि अकाली-भाजपा सरकार में यह केवल 40% थी। मगर, भगवंत मान सरकार के कार्यकाल में यह दर 86% तक पहुंच गई है। उन्होंने बताया कि कुछ जिलों में सजा दर 90% से अधिक रही है, जिसमें संगरूर (93%), नवांशहर (99%) और रोपड़ (95%) प्रमुख रूप से शामिल हैं।

मजबूत प्रणाली का असर

हरपाल सिंह चीमा ने बताया कि इन प्रभावी नतीजों के पीछे एक मजबूत प्रणाली का योगदान है, जो कुशल अभियोजन, बेहतर जांच एजेंसियों और मजबूत पुलिस तंत्र को जोड़कर बनाई गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि अकाली-भाजपा सरकार के कार्यकाल में ड्रग तस्कर अक्सर चार्जशीट दाखिल करने में देरी का फायदा उठाकर सजा से बच निकलते थे।

छात्रों को जागरूक करने के लिए बड़े स्तर पर बैठकें

सरकार ने छात्रों को नशे के खिलाफ जागरूक करने के लिए भी बड़े स्तर पर प्रयास किए हैं। राज्य के विश्वविद्यालयों और कॉलेजों में 1,028 से अधिक बैठकें आयोजित की गई हैं। इसके साथ ही, गांवों में विशेष आउटरीच कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। इन कार्यक्रमों के तहत सेवानिवृत्त अधिकारियों और शिक्षकों की सहायता से स्थानीय स्तर पर नशे से जुड़ी समस्याओं का समाधान करने के लिए रक्षा समितियों का गठन किया गया है।

ड्रग तस्करों के खिलाफ सख्त कार्रवाई

सरकार ने नशीली दवाओं के अवैध व्यापार पर कड़ा प्रहार किया है। अब तक 22 बड़े ड्रग डीलरों के घरों को ध्वस्त किया जा चुका है, जिससे यह संदेश दिया गया है कि नशा तस्करी को किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।

बस स्टैंडों पर बड़े स्तर पर जांच अभियान

पंजाब पुलिस ने रविवार को राज्यव्यापी घेराबंदी और तलाशी अभियान चलाया। इस दौरान 262 बस स्टैंडों पर छापेमारी की गई, जिसमें 175 संदिग्धों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया गया। विशेष पुलिस महानिदेशक (स्पेशल डीजीपी), कानून व्यवस्था, अर्पित शुक्ला ने बताया कि इस अभियान में दो आपराधिक मामले दर्ज किए गए हैं और 100 ग्राम हेरोइन बरामद हुई है। पुलिस टीमों ने बस स्टैंडों और आसपास खड़े वाहनों की भी तलाशी ली, जिसमें 208 वाहनों के चालान किए गए और 14 वाहनों को जब्त किया गया।

सरकार का संकल्प: पंजाब को नशामुक्त बनाना

भगवंत मान सरकार ने यह स्पष्ट कर दिया है कि वह पंजाब को नशामुक्त बनाने के लिए किसी भी हद तक जाने को तैयार है। ‘युद्ध नशयां विरुद्ध’ अभियान को और तेज किया जाएगा और तस्करों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई जारी रहेगी।

 

सरकार की इस मुहिम से नशे के खिलाफ लड़ाई को नई दिशा मिली है। पुलिस और प्रशासन की सख्ती से राज्य में नशा तस्करों की कमर टूट रही है। इस अभियान के जारी रहने से पंजाब को नशामुक्त बनाने की दिशा में एक बड़ा कदम उठाया जा चुका है।

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कावेरी "द न्यूज़ रिपेयर" की एक समर्पित और खोजी पत्रकार हैं, जो जमीनी हकीकत को सामने लाने के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी में सामाजिक सरोकार, जनहित और निष्पक्ष रिपोर्टिंग की झलक मिलती है। कावेरी का उद्देश्य है—सच्ची खबरों के ज़रिए समाज में बदलाव लाना और उन आवाज़ों को मंच देना जो अक्सर अनसुनी रह जाती हैं। पत्रकारिता में उनकी पैनी नजर और निष्पक्ष दृष्टिकोण "द न्यूज़ रिपेयर" को विश्वसनीयता की नई ऊँचाइयों तक ले जा रहे हैं।

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