चंडीगढ़। हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र के दौरान कैबिनेट मंत्री अरविंद शर्मा और भाजपा विधायक रामकुमार गौतम के बीच तीखी नोकझोंक देखने को मिली। विवाद की शुरुआत गोहाना की जलेबी से हुई, लेकिन मामला गोबर और भ्रष्टाचार के आरोपों तक पहुंच गया। सदन में दोनों नेताओं के बीच अमर्यादित शब्दों का इस्तेमाल किया गया, जिसके बाद विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने सख्त कदम उठाते हुए इन टिप्पणियों को कार्यवाही से हटाने का आदेश दिया।
गोहाना की जलेबी पर उठे सवाल, मंत्री ने दिया तीखा जवाब
विधानसभा में जींद के सफीदों से भाजपा विधायक रामकुमार गौतम ने गोहाना की जलेबी की शुद्धता पर सवाल खड़े करते हुए कहा, “गोहाना की जलेबी को शुद्ध देसी घी से बनाया जाता है, ऐसा कहा जाता है, लेकिन वास्तव में इसमें वनस्पति तेलों का इस्तेमाल किया जाता है। वहां बहुत गंदगी है, कोई गलती से भी गोहाना की जलेबी ना खाए।”
इस पर कैबिनेट मंत्री अरविंद शर्मा ने तुरंत पलटवार किया और कहा, “रामकुमार गौतम तो शर्त लगाकर 10 किलो गोबर भी पी गए थे।” शर्मा की इस टिप्पणी से गौतम भड़क गए और उन्होंने मंत्री पर गंभीर आरोप लगा दिए।
भाजपा विधायक का मंत्री पर भ्रष्टाचार का आरोप
रामकुमार गौतम ने सदन में आरोप लगाते हुए कहा, “अरविंद शर्मा ने लोगों से पेट्रोल पंप दिलाने के नाम पर पैसे लिए हैं। मेरे ही रिश्तेदार से 10 लाख रुपये लिए गए थे। ये मंत्री बनने के लायक नहीं हैं।”
विधानसभा अध्यक्ष ने की कड़ी कार्रवाई
सदन में इस गरमागरम बहस के दौरान माहौल तनावपूर्ण हो गया। विधानसभा अध्यक्ष हरविंद्र कल्याण ने इस तरह की बयानबाजी पर कड़ी आपत्ति जताई और दोनों नेताओं को संयम बरतने की सलाह दी। उन्होंने अरविंद शर्मा की ओर से की गई अमर्यादित टिप्पणी को सदन की कार्यवाही से हटाने का आदेश दिया।
हरियाणा की राजनीति में हलचल तेज
इस तीखी झड़प के बाद हरियाणा की राजनीति में हलचल तेज हो गई है। भाजपा के दो वरिष्ठ नेताओं के बीच हुए इस टकराव को लेकर कई राजनीतिक चर्चाएं शुरू हो गई हैं। अब देखना होगा कि पार्टी इस विवाद पर क्या रुख अपनाती है और क्या विधायक गौतम अपने आरोपों के पक्ष में कोई ठोस सबूत पेश कर पाते हैं या नहीं।