चंडीगढ़: हरियाणा सरकार ने राज्य की आपदा प्रबंधन प्रणाली को और अधिक सशक्त और उत्तरदायी बनाने के लिए सिविल डिफेंस सिस्टम में व्यापक सुधारों की घोषणा की है। राज्य की गृह विभाग की अतिरिक्त मुख्य सचिव डॉ. सुमिता मिश्रा ने बताया कि यह कदम प्राकृतिक या मानव निर्मित आपदाओं की स्थिति में त्वरित और समन्वित रिस्पॉन्स के लिए आवश्यक है।
जिला और उपमंडल स्तर पर सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स की तैनाती
हरियाणा में 10 जिलों में सिविल डिफेंस वॉलंटियर्स के पंजीकरण शिविर लगाए जा चुके हैं।
जल्द ही यह कवायद सभी जिलों में की जाएगी।
इन वॉलंटियर्स को विशेष जैकेट और वर्दी दी जाएगी ताकि आपात स्थिति में उनकी पहचान आसानी से हो सके।
आपदा प्रबंधन योजनाएं होंगी अपडेट
स्कूल, अस्पताल, उद्योग, जल प्रणालियां जैसी महत्वपूर्ण संरचनाओं का वल्नरेबिलिटी मैपिंग किया जा रहा है।
कोई भी उच्च जोखिम वाला क्षेत्र बिना मैपिंग के नहीं छोड़ा जाएगा।
लाइवस्टॉक इवैक्युएशन (पशुधन की सुरक्षा) को पहली बार आपदा अभ्यास में शामिल किया गया है।
प्रशिक्षण और स्टैंडबाय टुकड़ी की व्यवस्था
वॉलंटियर्स को भारत सरकार के राष्ट्रीय मॉड्यूल के आधार पर अनिवार्य प्रशिक्षण मिलेगा।
प्रत्येक जिले में 30 प्रशिक्षित होमगार्ड वॉलंटियर्स की एक आपातकालीन टुकड़ी स्टैंडबाय पर रहेगी।
2300 ‘आपदा मित्र’ पहले ही तैयार
अभी तक 9 जिलों – अंबाला, पंचकूला, रेवाड़ी, कुरुक्षेत्र, फरीदाबाद, नूंह, गुरुग्राम, सोनीपत और यमुनानगर – में कुल 2300 वॉलंटियर्स को ‘आपदा मित्र’ के रूप में प्रशिक्षित किया गया है।
इन वॉलंटियर्स को आपात स्थिति में स्थानीय प्रशासन का सहयोग करने के लिए तैयार किया गया है।
उद्देश्य: एक सुसज्जित और जागरूक नागरिक सुरक्षा बल
डॉ. सुमिता मिश्रा ने स्पष्ट किया कि हरियाणा सरकार एक ऐसा नागरिक सुरक्षा बल खड़ा करना चाहती है जो न केवल प्रशिक्षित और सुसज्जित हो, बल्कि हर आपात स्थिति में जनता की मदद के लिए तत्पर भी रहे।
हरियाणा सरकार का यह कदम न केवल आपदा प्रबंधन को सशक्त बनाएगा बल्कि ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में सामुदायिक भागीदारी को भी बढ़ावा देगा। प्रशिक्षित वॉलंटियर्स की मदद से किसी भी आपदा का सामना अब अधिक व्यवस्थित और प्रभावी तरीके से किया जा सकेगा।