Haryana Water Crisis: भाखड़ा नहर बंद होने से सिरसा में पेयजल संकट, हालात बिगड़े, 20 मई तक नहीं मिलेगी राहत

Haryana Water Crisis: हरियाणा के सिरसा जिले में भाखड़ा नहर से जल आपूर्ति अचानक बंद होने के बाद गंभीर जल संकट गहरा गया है। नहर के निर्धारित बंद रहने के कारण 20 मई तक पानी की आपूर्ति बहाल होने की उम्मीद नहीं है, जिससे ...

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कावेरी

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भाखड़ा नांगल बांध Haryana Water Crisis

Haryana Water Crisis: हरियाणा के सिरसा जिले में भाखड़ा नहर से जल आपूर्ति अचानक बंद होने के बाद गंभीर जल संकट गहरा गया है। नहर के निर्धारित बंद रहने के कारण 20 मई तक पानी की आपूर्ति बहाल होने की उम्मीद नहीं है, जिससे शहरी और ग्रामीण दोनों क्षेत्रों में तीव्र पेयजल संकट उत्पन्न हो गया है। जल प्रबंधन की कमजोरियों को उजागर करते हुए हजारों लोग पानी के लिए परेशान हैं।

टेल एरिया के गांवों में हालात सबसे खराब
जिले के सभी इलाके प्रभावित हैं, लेकिन सबसे बुरी स्थिति नहर तंत्र के अंतिम छोर पर बसे गांवों की है, जहां पहले ही पानी मुश्किल से पहुंचता था। अब गांवों के वाटर प्लांट पूरी तरह सूख गए हैं। ग्रामीण ट्रैक्टर टैंकरों के माध्यम से बचे-खुचे जल केंद्रों से पानी लाने को मजबूर हैं। हालांकि, पानी के असमान वितरण को लेकर स्थानीय लोगों के विरोध के कारण कई टैंकर खाली लौट रहे हैं।

सिरसा शहर में रेशनिंग लागू
सिरसा शहर में प्रशासन ने पानी के सीमित भंडार को बचाने के लिए पेयजल आपूर्ति का रेशनिंग शेड्यूल लागू किया है। चत्तरगढ़ पट्टी, HSVP और मिनी सचिवालय जैसी प्रमुख जल टंकियां पहले ही सूख चुकी हैं। अब भुमन शाह चौक, शक्ति नगर, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी, अग्रवाल कॉलोनी और बाटा कॉलोनी जैसे इलाकों में सिर्फ तय समय पर ही पानी मिल रहा है।

वार्ड 21 में हालात गंभीर
वार्ड 21 में संकट और गहरा गया है। सेठी धर्मशाला के पास एक मुख्य ट्यूबवेल शुक्रवार को खराब हो गया, जिससे गली बेरी वाली, गली अरोड़ा सुनारों वाली और गली खाई वाली समेत कई इलाकों में पानी की आपूर्ति बंद हो गई। लोगों के कई बार शिकायत करने के बावजूद जन स्वास्थ्य अभियांत्रिकी विभाग सेवा बहाल नहीं कर पाया है। लोगों ने आरोप लगाया कि अधिकारी कॉल तक नहीं उठा रहे हैं।

पूर्व पार्षद नीतू सोनी ने निजी टैंकरों की व्यवस्था कर लोगों को राहत देने की कोशिश की है और मुख्यमंत्री से जल्द हस्तक्षेप की मांग की है ताकि पानी की आपूर्ति बहाल की जा सके।

क्यों बिगड़े हालात?
सिरसा को आमतौर पर भाखड़ा सिस्टम से 2,800 क्यूसिक पानी मिलता है, लेकिन इस बार सिर्फ 1,800 क्यूसिक पानी पंजाब से मिला। जिले में पांच मुख्य नहरें हैं, जिनसे 149 छोटी शाखाएं निकलती हैं, जिनमें से 119 भाखड़ा पानी पर निर्भर हैं। पानी की आवक घटने से कई नहरें सूख गई हैं, जिससे सिंचाई और पेयजल आपूर्ति दोनों बाधित हुई हैं।

20 मई तक इंतजार
सिंचाई विभाग के एक अधिकारी ने बताया कि भाखड़ा नहर से पानी की आपूर्ति रोक दी गई है और फिलहाल जिला टैंकों में मौजूद पानी पर निर्भर है। अधिकारी ने आश्वासन दिया कि पानी बचाने और उचित प्रबंधन के लिए हरसंभव उपाय किए जा रहे हैं। 20 मई के बाद ही स्थिति में कुछ सुधार आने की उम्मीद है।

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कावेरी "द न्यूज़ रिपेयर" की एक समर्पित और खोजी पत्रकार हैं, जो जमीनी हकीकत को सामने लाने के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी में सामाजिक सरोकार, जनहित और निष्पक्ष रिपोर्टिंग की झलक मिलती है। कावेरी का उद्देश्य है—सच्ची खबरों के ज़रिए समाज में बदलाव लाना और उन आवाज़ों को मंच देना जो अक्सर अनसुनी रह जाती हैं। पत्रकारिता में उनकी पैनी नजर और निष्पक्ष दृष्टिकोण "द न्यूज़ रिपेयर" को विश्वसनीयता की नई ऊँचाइयों तक ले जा रहे हैं।

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