चंडीगढ़/भिवानी: हरियाणा शिक्षा बोर्ड भिवानी के अध्यक्ष डॉ. पवन शर्मा ने मंगलवार को बड़ा बयान देते हुए बताया कि आगामी शिक्षा सत्र से 12वीं कक्षा में त्रिभाषा फार्मूला लागू किया जाएगा। इस नई व्यवस्था के तहत छात्र संस्कृत, पंजाबी और उर्दू में से किसी एक भाषा का चयन अपनी पसंद के अनुसार कर सकेंगे।
परीक्षा में सख्ती, पेपर लीक पर नियंत्रण के लिए कदम
बोर्ड अध्यक्ष ने बताया कि परीक्षा प्रणाली में पारदर्शिता लाने और पेपर लीक जैसी घटनाओं को रोकने के लिए कई कड़े कदम उठाए जाएंगे।
परीक्षा केंद्र केवल सरकारी स्कूलों में बनाए जाएंगे।
इन केंद्रों पर CCTV कैमरे लगाए जाएंगे ताकि निगरानी मजबूत की जा सके।
इनविजीलेटर की ड्यूटी सरकारी कर्मचारियों की होगी, जिससे जिम्मेदारी सुनिश्चित की जा सके।
नतीजे मई में, आठ लाख से अधिक छात्र हुए थे शामिल
डॉ. पवन शर्मा ने कहा कि 12वीं की परीक्षा के परिणाम मई के दूसरे सप्ताह तक घोषित कर दिए जाएंगे। इसके तुरंत बाद 10वीं के परिणाम जारी किए जाएंगे। इस बार 10वीं और 12वीं की परीक्षाओं में कुल मिलाकर लगभग 8 लाख विद्यार्थी शामिल हुए थे।
नई शिक्षा नीति के तहत इतिहास की किताबों में बदलाव
शिक्षा बोर्ड ने छठी से दसवीं तक की कक्षाओं की इतिहास की किताबों में बड़ा बदलाव किया है। अब छात्रों को इतिहास के साथ-साथ देश और हरियाणा के गौरवशाली अध्याय भी पढ़ाए जाएंगे, ताकि उनमें राष्ट्रीय और क्षेत्रीय पहचान की भावना विकसित हो।
इंटरनल असेसमेंट शुरू
बोर्ड की ओर से इंटरनल असेसमेंट की प्रक्रिया भी शुरू कर दी गई है, जिससे बच्चों के समग्र विकास और निरंतर मूल्यांकन पर जोर दिया जा सके।
हरियाणा शिक्षा बोर्ड की यह पहल न केवल त्रिभाषा फार्मूले को लागू कर भाषाई विविधता को बढ़ावा देगी, बल्कि परीक्षा व्यवस्था को अधिक पारदर्शी और विश्वसनीय बनाएगी। साथ ही, नई शिक्षा नीति के तहत इतिहास शिक्षा में किए गए बदलाव छात्रों को अपनी जड़ों से जोड़ने में मदद करेंगे।