जींद, हरियाणा समाचार: हरियाणा के जींद जिले के सफीदों उपमंडल के गांव कुरड़ के रहने वाले प्रसन्नजीत मलिक ने एक बड़ी उपलब्धि हासिल की है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया की सेना में लेफ्टिनेंट बनकर न केवल अपने परिवार बल्कि पूरे राज्य का नाम रोशन किया है। उनकी इस उपलब्धि से गांव में जश्न का माहौल है और लोग उनके पिता दिलावर सिंह मलिक को बधाई देने के लिए घर पहुंच रहे हैं।
मेलबर्न में ली शपथ
प्रसन्नजीत मलिक ने 12 मई 2025 को ऑस्ट्रेलिया के मेलबर्न में लेफ्टिनेंट पद की शपथ ली। यह दिन उनके परिवार और गांव के लिए गर्व का क्षण बन गया।
भारत में नहीं मिली सफलता, फिर ऑस्ट्रेलिया में चमका भाग्य
प्रसन्नजीत के पिता दिलावर सिंह मलिक ने बताया कि उनका बेटा शुरू से ही सेना में भर्ती होकर देश सेवा करना चाहता था।
उन्होंने भारत में बीटेक की पढ़ाई की और भारतीय सेना में भर्ती होने के लिए कई परीक्षाएं भी दीं।
हालांकि भारतीय सेना में चयन नहीं हो सका, लेकिन उन्होंने हार नहीं मानी।
करीब 10 साल पहले वे ऑस्ट्रेलिया एमबीए की पढ़ाई करने चले गए और वहां की सेना में भर्ती की तैयारी शुरू की।
मेहनत रंग लाई, सेना में हुआ चयन
प्रसन्नजीत मलिक ने लगातार 10 महीने तक कड़ी मेहनत की और ऑस्ट्रेलियन आर्मी की परीक्षा पास की। इसके बाद एक साल की ट्रेनिंग पूरी कर उन्होंने लेफ्टिनेंट पद की शपथ ली।
परिवार में खुशी की लहर
प्रसन्नजीत के भाई एडवोकेट लक्ष्य मलिक ने बताया कि
“भाई की यह सफलता पूरे परिवार के लिए गर्व का विषय है। एक साल की ट्रेनिंग और पोस्टिंग के बाद वह गांव आएगा।”
गांव कुरड़ में लोग गर्व से कहते हैं कि प्रसन्नजीत की सफलता से गांव के युवा भी प्रेरणा लेंगे।
हरियाणा के युवा विश्व स्तर पर अपनी पहचान बना रहे हैं। प्रसन्नजीत मलिक की कहानी यह दिखाती है कि अगर जुनून और मेहनत हो, तो सीमाएं कोई मायने नहीं रखतीं। ऑस्ट्रेलिया की सेना में लेफ्टिनेंट बनकर उन्होंने हरियाणा का नाम गर्व से ऊँचा किया है।