Pahalgam Terror Attack: 22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर की बैसरन घाटी (पहलगाम के पास) में हुए आतंकवादी हमले को लेकर गुरुवार को केंद्र सरकार ने सुरक्षा में चूक की बात स्वीकार की। इस हमले में 26 टूरिस्ट मारे गए, जिनमें एक नेपाली नागरिक भी शामिल था, जबकि 10 से ज्यादा लोग घायल हुए थे।
सर्वदलीय बैठक में क्या हुआ?
गुरुवार को दिल्ली में आयोजित सर्वदलीय बैठक में आईबी और गृह मंत्रालय के अधिकारियों ने विपक्षी नेताओं को सुरक्षा चूक की जानकारी दी। बैठक में संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि सरकार हालात को गंभीरता से ले रही है।
विपक्ष ने सरकार को दिया समर्थन, कहा – आतंक के खिलाफ हर सख्त कदम में साथ हैं।
राहुल गांधी ने कहा, “हर एक्शन पर सरकार को पूरा सपोर्ट है।”
दो मिनट का मौन रखकर हमले में मारे गए लोगों को श्रद्धांजलि दी गई।
पहलगाम हमले से जुड़ी दिनभर की 10 बड़ी बातें
राहुल गांधी शुक्रवार को कश्मीर के अनंतनाग जाएंगे, घायलों से करेंगे मुलाकात।
INS सूरत युद्धपोत से मिसाइल टेस्टिंग सफल रही, सतह से समुद्र पर हमला किया गया।
वायुसेना ने “आक्रमण” नामक युद्धाभ्यास शुरू किया, जिसमें अंबाला और हाशीमारा की राफेल स्क्वॉड्रन शामिल होंगी।
विदेश मंत्रालय ने जर्मनी, जापान समेत कई देशों के राजदूतों को बुलाया, हमले की जानकारी दी।
रूसी मीडिया RT ने दावा किया – भारत जल्द “कुछ बड़ा” कर सकता है।
गृह मंत्री अमित शाह और विदेश मंत्री जयशंकर ने राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू से मुलाकात कर हालात की जानकारी दी।
भारत ने अटारी बॉर्डर किया बंद, पाकिस्तानी नागरिकों की वापसी शुरू।
पाकिस्तान सरकार के X हैंडल को भारत में बैन कर दिया गया।
अमेरिका ने एडवाइजरी जारी कर अपने नागरिकों को जम्मू-कश्मीर न जाने की सलाह दी।
श्रीनगर के दुकानदारों ने काले झंडे लगाकर हमले का विरोध जताया।
सरकार के लिए अगला कदम क्या?
विपक्ष की ओर से आतंकी कैंपों पर सर्जिकल स्ट्राइक जैसी कार्रवाई की मांग की गई है। गृह मंत्रालय ने सभी सुरक्षा एजेंसियों को हाई अलर्ट पर रखा है और IB को आतंकी नेटवर्क्स पर निगरानी और तेज़ करने के निर्देश दिए गए हैं।