पाकिस्तान में बेनजीर भुट्टो सरकार के दौरान सांसद रहे डबाया राम वर्ष 2000 में अपने परिवार के साथ भारत आ गए थे। वर्तमान में डबाया राम हरियाणा के रतिया क्षेत्र के रतनगढ़ गांव में निवास कर रहे हैं, जबकि उनके अन्य परिजन रतिया और भोडियाखेड़ा गांवों में बसे हुए हैं।
डबाया राम बताते हैं कि अब उनके परिवार में कुल 34 सदस्य हो चुके हैं। पिछले 25 वर्षों से वह भारत की नागरिकता प्राप्त करने के लिए प्रयासरत हैं।
परिवार के छह सदस्यों को मिल चुकी है नागरिकता
डबाया राम के परिवार की दो महिलाओं सहित कुल छह सदस्यों को भारत की नागरिकता मिल चुकी है। शेष 28 सदस्य अभी भी नागरिकता प्राप्ति की प्रतीक्षा कर रहे हैं और उन्होंने इसके लिए आवेदन भी कर रखा है।
डबाया राम का कहना है कि वह वर्ष 2000 में केवल एक माह का वीजा लेकर भारत आए थे। इसके बाद 2018 तक वीजा का नवीनीकरण कराते रहे। शुरू में हर साल वीजा बढ़वाना पड़ता था, लेकिन बाद में पांच साल का वीजा मिलने लगा।
उन्होंने कहा कि पाकिस्तान में धार्मिक प्रताड़ना और असुरक्षा के माहौल से तंग आकर भारत आए थे। भारत में उन्हें स्थानीय लोगों और प्रशासन से भरपूर सहयोग मिला, जिससे उनका जीवन स्थिर और सुरक्षित बना।
पाकिस्तान के पूर्व सांसद अब बेचते हैं कुल्फी
एक समय पाकिस्तान में सांसद रहे डबाया राम आज भारत में कुल्फी बेचने का कार्य कर रहे हैं। वे और उनके परिवार के सदस्य मेहनत से अपनी रोजी-रोटी चला रहे हैं।
हाल ही में पहलगाम आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए डबाया राम और उनके परिवार के सदस्य ओमप्रकाश ने कहा कि सरकार को आतंकवादियों के खिलाफ कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा, “अब समय आ गया है कि आतंकियों को उनके घरों में घुसकर मार गिराया जाए।”
पाकिस्तान में आज भी है 25 एकड़ जमीन
डबाया राम ने बताया कि उनके दादा के नाम से अब भी पाकिस्तान में 25 एकड़ जमीन दर्ज है। यह जमीन पाकिस्तान के बखर जिले की दरियापुर तहसील के पंचगिरेह क्षेत्र में स्थित है।
भारत में बीते 25 वर्षों के दौरान डबाया राम के परिवार के सभी सदस्यों के आधार कार्ड और अन्य आवश्यक दस्तावेज बन चुके हैं। अब जल्द ही सभी को भारतीय नागरिकता मिलने की उम्मीद है।