हरियाणा के चरखी दादरी जिले के बाढड़ा हलके के गांव चांदवास में बुधवार देर रात चंडीगढ़ की सीबीआई टीम ने सनसनीखेज कार्रवाई की। इंस्पेक्टर नरेंद्र की अगुवाई में 20 सदस्यीय टीम ने रिटायर्ड कर्नल अमरजीत श्योराण को 22 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथ पकड़ा। रिटायर्ड कर्नल पर राजस्थान के राजगढ़ में संचालित एक अस्पताल को ईसीएचएस (एक्स-सर्विसमैन कंट्रीब्यूटरी हेल्थ स्कीम) पैनल में शामिल करने के लिए रिश्वत मांगने का आरोप है।
क्या है पूरा मामला?
जानकारी के मुताबिक, चांदवास निवासी रिटायर्ड कर्नल अमरजीत पुत्र श्योदान सिंह ने राजगढ़ के एक अस्पताल संचालक से ईसीएचएस पैनल में अस्पताल को शामिल करने के लिए 22 लाख रुपये की मांग की थी। अस्पताल संचालक ने इसकी शिकायत चंडीगढ़ सीबीआई को की। शिकायत के बाद सीबीआई की 20 सदस्यीय टीम ने आधा दर्जन गाड़ियों के साथ बाढड़ा पुलिस के सहयोग से देर रात चांदवास गांव में छापेमारी की। इस दौरान रिटायर्ड कर्नल को नकदी के साथ रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया।
सीबीआई की कार्रवाई और पंचकूला शिफ्ट
सीबीआई टीम ने रिटायर्ड कर्नल को गिरफ्तार करने के बाद बाढड़ा पुलिस थाने में प्रारंभिक कार्रवाई की। देर रात करीब 2:30 बजे टीम आरोपी को थाने ले गई और गुरुवार सुबह उसे पंचकूला ले जाया गया। सूत्रों के अनुसार, रिटायर्ड कर्नल सेना में रहते हुए ईसीएचएस पैनल का सदस्य रह चुका है और वर्तमान में राजगढ़ सैनिक कैंटीन में तैनात था।
रिटायर्ड कर्नल का बैकग्राउंड
रिटायर्ड कर्नल अमरजीत श्योराण के परिवार का रसूख भी चर्चा में है। सूत्रों के मुताबिक, उनका बेटा सेना में लेफ्टिनेंट है, जबकि दामाद उत्तर प्रदेश कैडर का आईपीएस अधिकारी है। इस कार्रवाई ने पूरे इलाके में हड़कंप मचा दिया है।
स्थानीय लोगों का क्या कहना है?
गांव चांदवास के निवासी राकेश कुमार ने बताया कि सीबीआई की टीम ने देर रात उनके पड़ोस में छापेमारी की। उन्होंने आरोप लगाया कि सीबीआई ने रिटायर्ड कर्नल के परिवार के साथ अच्छा व्यवहार नहीं किया। हालांकि, सीबीआई ने इस मामले में कोई आधिकारिक बयान जारी नहीं किया है।
आगे क्या?
सीबीआई अब इस मामले की गहन जांच कर रही है। रिटायर्ड कर्नल से पूछताछ में रिश्वतखोरी के इस मामले से जुड़े अन्य तथ्य सामने आ सकते हैं। यह मामला हरियाणा और राजस्थान में चर्चा का विषय बना हुआ है।