रूस-यूक्रेन युद्ध: रूसी सेना ने मारियुपोल में यूक्रेनी सेना को सरेंडर करने को कहा

नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच लगातार युद्ध जारी है. रुस एक बाद एक हवाई हमले यूक्रेन पर कर रहा है. इस बीच ख़बर है कि यूक्रेन के प्रमुख बंदरगाह शहर मारियुपोल को लेकर रूस ने कहा है कि वो यूक्रेनी सैनिकों की जानें ...

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नई दिल्ली: रूस और यूक्रेन के बीच लगातार युद्ध जारी है. रुस एक बाद एक हवाई हमले यूक्रेन पर कर रहा है. इस बीच ख़बर है कि यूक्रेन के प्रमुख बंदरगाह शहर मारियुपोल को लेकर रूस ने कहा है कि वो यूक्रेनी सैनिकों की जानें बख़्श देगा अगर वो रविवार तक सरेंडर कर देते हैं.

रूसी सरकार ने कहा है कि यूक्रेनी सैनिक औरविदेशी भाड़े के सैनिकमारियुपोल में अभी भी लड़ रहे हैं. अगर उनकी अपनी जान प्यारी है तो वो सरेंडर कर दे.

रूस का कहना है कि उसने मारियुपोल का अधिकतर हिस्सा अपने क़ब्ज़े में ले लिया है और अगर यूक्रेनी सैनिक मॉस्को के समयानुसार सुबह 6 बजे से दोपहर 1 बजे तक हथियार डाल देते हैं तो उनकी सुरक्षा की गारंटी दी जाएगी.

रूस ने कहा है कि जो ऐसा करते हैं उनके साथ जिनेवा कन्वेंशन के युद्धबंदियों की तरह व्यवहार किया जाएगा.

रूस का कहना है कि शहर में यूक्रेनी सुरक्षाबल सिर्फ़ अज़ोफ़्स्तल स्टीलवर्क्स इलाक़े तक ही सीमित हैं.

इस बयान में कहा गया है कि रूसी सुरक्षाबल इस जानकारी कोलगातार प्रसारितकरेंगे ताकि अज़ोफ़्स्तल में मौजूद सैनिकों को प्रस्ताव मिले, इसे पूरी रात हर आधे घंटे में प्रसारित किया जाएगा.

साथ ही यह भी कहा गया है कि सुरक्षाबल कीएव की अनुमति का इंतज़ार करें बल्कि ख़ुद फ़ैसला लेकर सरेंडर करें.

वहीं यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेंस्की ने स्वीकार किया है कि मारियुपोल के एक छोटे से हिस्से पर ही यूक्रेनी सुरक्षाबलों का क़ब्ज़ा है और उनकी सरकार रक्षा कर रहे सैनिकों के साथ लगातार संपर्क में है.

रॉयटर्स समाचार एजेंसी के अनुसार, राष्ट्रपति ने कहा है कि स्थिति बेहद गंभीर है. हालांकि उन्होंने रूस के इस दावे पर कोई जवाब नहीं दिया कि मारियुपोल से यूक्रेनी सेनाएं साफ़ हो चुकी हैं और सिर्फ़ वो अज़ोफ़्स्तल तक ही सीमित हैं. रूस का कहना है कि एक बड़े स्टील और लोहे के प्लांट में यह सैनिक हैं.


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कावेरी "द न्यूज़ रिपेयर" की एक समर्पित और खोजी पत्रकार हैं, जो जमीनी हकीकत को सामने लाने के लिए जानी जाती हैं। उनकी लेखनी में सामाजिक सरोकार, जनहित और निष्पक्ष रिपोर्टिंग की झलक मिलती है। कावेरी का उद्देश्य है—सच्ची खबरों के ज़रिए समाज में बदलाव लाना और उन आवाज़ों को मंच देना जो अक्सर अनसुनी रह जाती हैं। पत्रकारिता में उनकी पैनी नजर और निष्पक्ष दृष्टिकोण "द न्यूज़ रिपेयर" को विश्वसनीयता की नई ऊँचाइयों तक ले जा रहे हैं।

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