नई दिल्ली. हिंसक हो रहे किसान आंदोलन को लेकर गृह मंत्रालय का रूख काफी कड़ा होता जा रहा है. सूत्रों की मानें तो गृह मंत्रालय अब किसानों के खिलाफ कार्रवाई के मूड में है. हिंसक आंदोलन में हिस्सा ले रहे किसान और किसान नेताओं पर अलग-अलग थानों में FIR दर्ज करने की तैयारी हो रही है. इसक बाद इन किसानों की गिरफ्तारियां शुरू होंगी.
पुलिस एक दर्जन मामलों में केस दर्ज करने की तैयारी में है. गाजीपुर बॉडर, नांगलोई बॉर्डर समेत शहर के भीतर आईटीओ पर माहौल तनावपूर्ण है. द्वारका नजफगढ़ मेट्रो सेवा समेत कई मेट्रो स्टेशन बंद कर दिए गए हैं. किसान नेता राकेश टिकैत का कहना है कि इन सबकी जिम्मेदार पुलिस है. किसानों को उन्होंने ही भड़काया है. उन्होंने ही तय रूअ पर किसानों को रोक दिया. इधर किसान नेता योगेंद्र यादव ने हिंसक आंदोलन की कड़ी निंदा की है.
किसानों के हंगामे को देखते हुए सरकार ने सिंघु, टीकरी, गाजीपुर बॉर्डर के साथ ही मुकरबा चौक और नांगलोई इलाके में भी इंटरनेट सेवा बंद कर दिया है. ताकि इन इलाकों में किसी तरह की अफवाह न फैले.आंदोलन ने अचानक हिंसा का रूप ले लिया. आंदोलन में शामिल प्रदर्शनकारियों ने लाल किले पर पहुंचकर खालसा पंथ और किसान संगठनों के झंडे फहरा दिए. किसानों का एक जत्था इंडिया गेट की तरफ भी बढ़ने लगा था. इसी दौरान आईटीओ के पास ट्रैक्टर पलटने से एक किसान की मौत हो गई.
एक गार्ड को बना लिया है बंधक :
ट्रैक्टर पलटने के बाद आंदोलनकारी आंध्रा एजुकेशन सोसायटी में घुस गए और गार्ड को बंधक बना लिया. किसानों को आशंका है कि सोसाइटी में सीसीटीवी है. वे उसे खोज रहे हैं. उन्हें लग रहा है कि ट्रैक्टर पलटने की घटना सीसीटीवी में रिकॉर्ड हुई होगी.