नई दिल्ली: टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी को बेस्ट फिनिशर कहा जाता है. 2011 विश्वकप के दौरान महेन्द्र सिंह धोनी ने अपने चिर परिचित अंदाज में हैलिकॉप्टर शॉट लगाते टीम इंडिया को जीत दिलाते हुए देखा होगा. धोनी ये कारनाम कई मैचों में कर चुके हैं. बुधवार को कुछ ऐसा ही नजारा दिखा सैय्यद मुश्ताक अली ट्रॉफी के क्वार्टर फाइनल मैच के दौरान. हरियाणा और बरोडा के बीच हुए इस कांटे के मैच में अंतिम ओवर तक रोमांच बना रहा.
हुआ यूं कि अंतिम ओवर में बरोडा की टीम को 18 रन चाहिए थे. स्ट्राइक पर थे ए राजपूत, हरियाणा की ओर से सुमित बॉलिंग कर रहे थे. पहली बॉल पर राजपूत ने एक रन लिया. इसके बाद स्ट्राइक मिली विष्णु सोलंकी को. अगली गेंद पर विष्णु ने बड़ा शॉट खेलना चाहा, लेकिन चूक गए. इस तरह चार गेंदों पर बरोडा को 16 रन की दरकार थी. तीसरी गेंद पर ए राजपूत फिर चूके और इस तरह तीन बॉलों में बरोडा के लिए 15 रन का विशाल लक्ष्य खड़ा हो गया.
बरोडा की सेमिफाइनल में पहुंचने की उम्मीदें टूटनें लगीं कि इसके बाद एक ऐसा चमत्कार हुआ जिसकी शायद किसी को उम्मीद नहीं थी. चौथी गेंद पर विष्णु सोलंकी ने जोरदार छक्का जड़ दिया. इस तरह जीत का लक्ष्य पहुंच गया दो गेंदों पर 9 रन यानी बिना बाउंड्री के जीत नामुमकिन. अगली गेंद को विष्णु ने स्ट्रेट हिट की ओर मारना चाहा, लेकिन ये बल्ले का ऊपरी किनारा लेते हुए थर्ड मैन की ओर बाउंड्री पार कर गई. इसके बाद बरोडा को एक गेंद पर 5 रन चाहिए थे.
सबकी सांसें रुक गईं, हरियाणा को जीतने के लिए महज एक गेंद खाली डालनी थी. इस बॉल पर क्या होने वाला था सबके अपने अपने कयास थे, सामने थे कॉन्फिडेंस से भरे हुए विष्णु. सुमित ने बॉल डाली और ये क्या? विष्णु ने इस बॉल पर महेन्द्र सिंह धोनी का हैलिकॉप्टर शॉट खेल डाला और बॉल फ्लाइट मोड में होती हुई सीधा लॉन्ग ऑन की बाउंड्री को पार कर गई.
यह नजारा जिसने भी देखा, उसके रोंगटे खड़े हो गए. इस छक्के के साथ ही बरोडा की सेमिफाइनल में भी एंट्री हो गई.