प्रथम प्रधानमंत्री, जवाहर लाल नेहरू की मृत्यु के बाद 9 जून, 1964 को शास्त्री ने प्रधानमंत्री का पदभार संभाला. वह स्वच्छ छवि, सादगी और राष्ट्र के लिए निस्वार्थ सेवा के लिए जाने जाते हैं. उन्होंने 30 साल से अधिक समय राष्ट्र को समर्पित किया, जो एक महान अखंडता और क्षमता का व्यक्ति था. आखिर में, लाल बहादुर शास्त्री जी ने भगवान राम का नाम लिया, और दुनिया छोड़ गए.
लाल बहादुर शास्त्री: ‘आत्मानिर्भर भारत’ की अवधारणा के आरंभकर्ता
