विशाल एंग्रीश, अबोहर. शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष सरदार सुखबीर सिंह बादल ने आज कहा है कि एक बार सत्ता में आने के बाद पार्टी सरकार के 1000 करोड़ रुपए के मनरेगा घोटाले की जांच शुरू करेगी. इसके तहत कांग्रेस विधायकों ने उनसे जुड़े सरपंचों के साथ मिलीभगत करके गांवों में सिविल कार्यों के पैसों का दुरूपयोग किया था.
यहां पत्रकारों से बातचीत करते हुए शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष ने कहा कि कांग्रेस के विधायकों ने मनरेगा के तहत किए गए काल्पनिक कार्यों को दिखाकर अपनी जेबें भरी थी और जो पैसा नागरिक कार्यों के लिए आया था उसका भी दुरूपयोग किया गया . उन्होंने कहा कि इतना ज्यादा घोटाला किया गया कि कुछ विधायकों ने तो अपनी इंटर लाॅकिंक टाइलों के कारखाने खोल लिए थे. उन्होंने कहा कि राज्य में पार्टी के सत्ता में आने के तुरंत बाद हम भ्रष्टाचार के ऐसे सभी मामलों की जांच के आदेश देंगे.
सरदार बादल ने कहा कि अगर कांग्रेस सरकार ने गन्ना उत्पादकों का 284 करोड़ रुपए का बकाया जारी नहीं किया तो शिरोमणी अकाली दल आंदोलन शुरू करेगा. उन्होंने कहा कि सहकारी चीनी मिलों का किसानों पर 2019-20 पेराई सीजन के 107 करोड़ रुपए तथा चालू सीजन के लिए 81 करोड़ रुपए सहित 188 करोड़ का बकाया है. उन्होंने कहा कि इसके अलावा निजी चीनी मिलों पर किसानों का 96 करोड़ का बकाया है.
सरदार बादल ने सरकार से गन्ने राज्य सुनिश्चित मूल्य(एसएपी) को मौजूदा सत्र के लिए तत्काल प्रभाव से संशोधित करने की मांग की है. उन्होंने कहा कि राज्य ने तीन साल से गन्ने का एसएपी नही बढ़ाया था. ‘ पंजाब में गन्ने का एसएपी 310 रुपए प्रति क्विंटल है जबकि हरियाणा तथा उत्तर प्रदेश में यह 350 रुपए प्रति क्विंटल है.
शिरोमणी अकाली दल के अध्यक्ष ने राज्य सरकार की इस बात की निंदा करते हुए कहा कि वह क्षेत्र के उन 40 गांवों के लोगों को मुआवजा देने में विफल रही है तथा जिनकी फसलें पिछले मानसून सीजन में बाढ़ के कारण बर्बाद हो गई थी. उन्होंने कहा कि सरकार ने एक साल पहले भी खराब हुई फसलों के लिए लोगों को मुआवजा नहीं दिया था. उन्होंने कहा कि इसी तरह लोगों को बुढ़ापा पेंशन योजना तथा शगुन योजना के तहत सामाजिक कल्याण लाभ से भी वंचित किया जा रहा है. ऐसा लगता है कि पंजाब में न तो कोई सरकार है तथा न ही कोई मुख्यमंत्री है.
सरदार बादल ने जब यह स्पष्ट किया कि शिरोमणी अकाली दल राज्य में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) के साथ गठबंधन नहीं करेगा. उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से देश के किसानों की भावनाओं को समझने तथा तीनों खेती कानूनों को तत्काल निरस्त करने का भी अनुरोध किया.
पार्टी अध्यक्ष ने पार्टी के लिए योगदान देने वाले बल्लुआणा तथा मलोट के सभी पार्टी वर्करों को विशेष दानी सम्मान पत्र सौंपे. उन्होंने वर्करों की बात भी सुनी तथा दोनों स्थानों पर सेल्फी तथा ग्रुप फोटों खिंचवाई. प्रकाश सिंह भट्टी तथा हरप्रीत सिंह कोटभाई तथा गुरतेज सिंह घुड़ियाना दोनों जगहों पर उपस्थित थे.