रोहतक. मेहर सिंह अखाड़ा में 5 लोगों को मौत की नींद सुलाने वाला आरोपी शनिवार देर शाम तक गिरफ्तार कर लिया गया. दिल्ली पुलिस और हरियाणा पुलिस की टीम आरोपी की धर पकड़ में लगी थी. दोनों के ज्वाइंट ऑपरेशन में आरोपी हत्थे चढ़ गया. घटना के बाद से वो फरार हो गया था.
दिल दहला देने वाली घटना को अंजाम देकर फरार आरोपी पर हरियाणा पुलिस ने 1 लाख का इनाम रखा था. पुलिस ने उसे मोस्ट वांटेड घोषित कर दिया था. आप को बता दें कि शुक्रवार को मेहर सिंह अखाड़े में आरोपी सुखविंदर ने हेड कोच मनोज मलिक समेत 7 लोगों को गोली मार दी. इसमें कोच सतीश दलाल, कोच अमरजीत, कोच प्रदीप और राष्ट्रीय स्तर की महिला रेसलर पूजा को भी गोली मार दी. दरअसल आरोपी केवल मनोज और उसके परिवार को खत्म करना चाह रहा था. मनोज को गोली मारने के बाद वो भाग रहा था. इसी दौरान उसकी ओर झपट रहे प्रदीप, सतीश और पूजा पर भी गोलियां बरसा दी. बताया जा रहा है कि अमरजीत को उसने नौकरी देने के बहाने बुलाकर गोली मारी थी. अमरजीत से भी कभी कहासुनी हुई थी. मरने वालों में अखाड़े का संचालक सोनीपत के सरगथला गांव के रहने वाले मनोज मलिक, उनकी पत्नी साक्षी, उत्तर प्रदेश के मथुरा की महिला पहलवान पूजा, रोहतक के मांडोठी गांव के रहने वाले कोच सतीश कुमार और गांव मोखरा के रहने वाले प्रदीप मलिक शामिल हैं.
दो लोगों की हालत नाजुक बताई जा रही है.
चाल चालन ठीक नहीं होने का आरोप: प्राथमिक जांच में सामने आया है कि आरोपी के चाल चलन ठीक नहीं थे. इसके चलते उसके पिता मेहर सिंह ने उसे संपत्ति से बेदखल कर दिया था. उसकी पत्नी ने भी उसका साथ छोड़ दिया था. आरोपी पहले मेहर सिंह अखाड़े में चीफ कोच था. बाद में उसे मनोज मलिक के अंडर में काम करना पड़ा. बताया जा रहा है कि पहले भी वो कुछ लोगों से बोला था कि वो कोई बड़ा काम करने वाला है. पर किसी को क्या पता था कि आरोपी के मन के भीतर ये सब चल रहा था.