विपिन श्रीवास्तव, भोपाल: मध्यप्रदेश बीजेपी कार्यकारिणी में लंबे वक्त बाद बदलाव तो हो गया लेकिन, उम्मीद के इतर नई कार्यकारिणी में सिंधिया समर्थकों को दरकिनार किया गया है. बीजेपी की नई कार्यकारिणी की सूची कुछ एक नेताजों को छोड़कर टीम वीडी शर्मा में उनके खुद के समर्थकों के अलावा शिवराज सिंह चौहान और नरेंद्र सिंह तोमर के करीबी नेताओं को चुना गया है. पिछली बार कार्यकारिणी में 10 उपाध्यक्ष थे तो इस बार 12 प्रदेश उपाध्यक्ष बनाये गए हैं.
9 प्रदेश मंत्री की जगह इस बार 12 प्रदेश मंत्री बनाए गए हैं. ये संख्या इसलिए बढ़ गई क्योंकि अपने अपने समर्थकों को इस कार्यकारिणी में जगह देनी थी. सीएम शिवराज के खास माने जाने वाले भोपाल के पूर्व मेयर आलोक शर्मा समेत तकरीब 7 से 8 ऐसे नेता हैं, जिन्हें नई कार्यकारिणी में जगह मिल गई. कैलाश विजयवर्गीय के करीबी जीतू जिराती को प्रदेश उपाध्यक्ष बनाया गया है. इसके अलावा नरेंद्र सिंह तोमर के करीबी राहुल कोठारी को प्रदेश मंत्री बनाया गया है.
हालांकि सिंधिया समर्थकों को काफी उम्मीद और बेसब्री से इंतजार था कि प्रदेश कार्यकारिणी में उन्हें जगह मिलेगी जिससे वो भारतीय जनता पार्टी संगठन की रीति नीति और कामकाज को बेहतर और करीब से देख, समझ सकें लेकिन ऐसा हो नहीं सका. ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ ही कांग्रेस छोड़ बीजेपी में आए थे, इकलौते सिंधिया समर्थक मुकेश चौधरी को प्रदेश कार्यकारिणी में जगह मिल पाई है.
इसके अलावा ऐसे कई विधायक जिन्हें कैबिनेट में शामिल नहीं किया गया उन्हें भी उम्मीद थी कि शायद बीजेपी संगठन में महत्वपूर्ण ज़िम्मेदारी मिलेगी, लेकिन ऐसे विधायकों को भी कार्यकारिणी में शामिल नहीं कर उम्मीद पर पानी फेर दिया. इनमे ज्यादातर विंध्य और महाकौशल के विधायक भी हैं.