उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर जिले में सोमवार को भाजपा के कर्मचारी और किसान कथित तौर पर आपस में भिड़ गए. समाचार रिपोर्टों के अनुसार, झड़प में कई घायल हुए हैं.
जयंत चौधरी, के नेता राष्ट्रीय लोकदल (आरएलडी) ने इस घटना के बारे में ट्वीट करते हुए कहा कि, ‘गांव के भाजपा नेताओं और किसानों के बीच विवाद शुरू हो गया सोरम बहुत से घायलों को छोड़कर. अगर किसान के पक्ष में कोई बात नहीं होती है, तो कम से कम अच्छे आचरण का संरक्षण करें. किसान सम्मान! अब किसानों और ग्रामीणों को सरकारी अधिकारियों की गुंडागर्दी को स्वीकार करना चाहिए जो उन्हें बताते हैं नए कानूनों के फायदे?
के गांव से घटना दर्ज की गई थी सोरम शाहपुर पुलिस स्टेशन के क्षेत्र में. कांग्रेस प्रमुख प्रियंका गांधी ने 20 फरवरी को इससे पहले मुजफ्फरनगर जिले में एक जनसभा को संबोधित किया. पिछले साल से, किसानों के खिलाफ प्रदर्शन किया गया है सेंट्रे के प्रस्तावित कृषि कानून. प्रदर्शनों ने दिल्ली की सीमा से कई उत्तर प्रदेश के जिलों को मारा है, जैसे कि मुजफ्फरनगर और शामली, जहां ‘महापंचायतें‘नियमों की निंदा करने के लिए संगठित हैं.