मेरठ जिले के सलवा गाँव के किसान कौशलेंद्र कुमार सिंह का जीवन पॉलीहाउस खेती को अपनाने के बाद पूरी तरह से बदल गया है. इसके लिए उन्होंने सरकारी योजना का लाभ लिया.
यह ध्यान दिया जाना चाहिए कि यूपी सरकार राज्य में कृषि और अन्य कृषि गतिविधियों को लगातार बढ़ावा दे रही है. इसका सीधा लाभ किसानों को मिल रहा है.
मेरठ के सीमांत किसान भी इसका लाभ उठा रहे हैं. कौशलेंद्र कुमार सिंह इसका एक उदाहरण हैं. उन्होंने एक निर्माण किया पॉलीहाउस 18 जून को, जिसमें वह जरबेरा फूल की खेती कर रहे हैं. इस परियोजना की लागत लगभग 59.50 लाख है.
सरकार ने उन्हें रु. का अनुदान दिया. 29.08 लाख है. कुशेंद्र को पहले साल में ही हर महीने 50 हजार रुपये का लाभ हुआ, जबकि तीसरे साल में उन्होंने दो महीने के भीतर पांच लाख फूलों की बिक्री की. कुशेंद्र ने बताया कि उन्होंने विभाग के अधिकारियों से संचालित पॉलीहाउस योजना के बारे में जानकारी ली बागवानी विभाग.
उन्होंने बताया कि पहले साल फूलों की बिक्री 19 लाख थी. जिसमें से प्रति माह 70 हजार रुपये और प्रति माह 50 हजार का ऋण कवर खर्च किया गया था. प्रति माह लगभग 50 हजार रुपये का शुद्ध लाभ भी प्राप्त हुआ.
पॉलीहाउस प्रणाली से प्रोत्साहित होकर, उन्होंने एक और स्थापित किया है पॉलीहाउसजिसमें गुलाब की खेती की योजना है. कौशलेंद्र अपनी सफलता का श्रेय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को देते हैं. उन्होंने कहा कि पॉलीहाउस खेती से किसानों की आय दोगुनी करने में मदद मिलेगी.