Gold Rate Update : सोना खरीदारों के लिए बड़ी खुशखबरी है. लगातार तीसरे दिन सोने की कीमत में गिरावट दर्ज की गई है. सोना अपने उच्चतम स्तर से 6000 रुपये तक सस्ता हो चुका है. आज 354 रु की गिरावट के साथ सेना 50421 रुपये प्रति दस ग्राम के भाव पर बंद हुआ.
वहीं चांदी कि बात करें 1,091 रु की भारी गिरावट के साथ 67374 रु पर बंद हुई. गुरुवार को चांदी 68592 रुपये प्रतिकिलो ग्राम पर बंद हुई थी. आपको बता दें इस रेट में और आपके शहर के भाव में 500 से 1000 रुपये तक का अंतर आ सकता है.
आप को बता दें कि बीते तीन दिन से सोने की कीमत में लगातार गिरावट दर्ज की जा रही है. इसके पहले सत्र में सोने के भाव में 0.85 फीसदी की तेजी देखने को मिली है. हालांकि, यह तेजी एक ही दिन में 1,200 रुपये प्रति 10 ग्राम तक लुढकने के बाद आई थी. पिछले साल अगस्त में 56,200 रुपये के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद सोने का भाव अब तक 6,000 रुपये प्रति 10 ग्राम तक सस्ता हो चुका है.
अंतर्राष्ट्रीय बाजार में सोने के भाव गिरावट दर्ज की गई है. हालांकि, पिछले एक सप्ताह के आधार पर देखें तो सोने की कीमत में कुल मिलाकर 0.7 फीसदी की तेजी आई है. दुनिया के सबसे बड़े एक्सचेंज ट्रेडेड फंड यानी ईटीएफ, एसपीडीआर गोल्ड ट्रस्ट की कुल होल्डिंग 0.4 फीसदी कम होकर 1,182.11 टन पर आ गया है.
जानकारों के मुताबिक अमेरिकी डॉलर में मजबूती और बॉन्ड यील्ड में तेजी की वजह से सोने के भाव में यह सुस्ती आई है. सर्राफा बाजार के जानकारों की मानें तो जो बाइडन प्रशासन द्वारा एक और राहत पैकेज की बढ़ती उम्मीद सोने के दाम में बड़ी गिरावट से बचाने में कामयाब रही. कोविड वैक्सीन की खबरें राहत पैकेज पर भारी रहेंगी. ऐसे में बाजार में अभी भी उठापटक देखने को मिलेगी.
आपको बता दें कि 2020 में भी सोने और चांदी ने निवेशकों को जबरदस्त रिटर्न दिया है. 2020 में सोना ने निवेशकों को 27 फीसदी और चांदी ने करीब 50 फीसदी रिटर्न दिया है. अगस्त, 2020 में तो सोने की कीमत अब तक के अपने उच्चतम स्तर 56,200 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया था. वहीं, चांदी भी करीब 80,000 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई थी.
जानकारों की मानें तो इस साल सोने की कीमत 60-65 हजार रुपये प्रति 10 ग्राम तक जा सकती है. वहीं अगले दो-तीन महीने में चांदी 90 हजार रुपये तक जा सकती है. इन लोगों का कहना है कि कोरोना वैक्सीन को लेकर आ अच्छी खबरों का असर सोने के भाव को वैश्विक लेवल पर प्रभावित कर रहा है.