नई दिल्ली : उत्तर प्रदेश के मऊ के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह की हत्या का आरोपी गिरधारी पुलिस एनकाउंटर में मारा गया है. लखनऊ के विभूति खंड इलाके में एनकाउंटर में पुलिस ने गिरधारी उर्फ डॉक्टर को मार गिराया. लखनऊ के विभूतिखंड इलाके में ही 6 जनवरी को अजीत सिंह की हत्या हुई थी. 11 जनवरी को दिल्ली पुलिस ने गिरधारी को गिरफ्तार किया था. यूपी पुलिस गिरधारी को रिमांड पर लेकर लखनऊ आई थी.
बताया जा रहा है कि सोमवार तड़के पुलिस अजीत सिंह हत्या में प्रयुक्त असलहा बरामदगी के लिए गिरधारी उर्फ डॉक्टर को लेकर सहारा हॉस्पिटल के पीछे खरगापुर क्रॉसिंग के पास लेकर पहुंची. जैसे ही गाड़ी रुकी और लोग सीट से उतरे कि उप निरीक्षक अख्तर उस्मानी अपने साइड से अभियुक्त को उतार रहे थे, तभी आरोपी गिरधारी ने इंस्पेक्टर उस्मानी की नाक पर अपने सिर से हमला कर दिया.
इससे अख्तर उस्मानी गिर गए और गिरधारी उनकी पिस्टल लेकर भागने लगा जिसका पीछा वरिष्ठ उप निरीक्षक अनिल सिंह द्वारा किया गया. इस पर गिरधारी उनके ऊपर फायर करता हुआ झाड़ियों में भाग गया. इसकी सूचना ब्रैवो कंट्रोल रूम व 112 पर दी गई, जिसके बाद पुलिस उपायुक्त पूर्वी वहां आ पहुंचे.
इसके बाद पुलिस वालों ने झाड़ियों को चारों तरफ से घेर लिया और गिरधारी को आत्मसमर्पण की चेतावनी देने लगे. हालांकि उसने एक बात न सुनी और छीनी हुई पिस्टल से बार-बार फायर करता रहा. जवाबी कार्रवाई में उसे पुलिस की एक गोली लग गई और वह चिल्लाता हुआ गिर गया. पास जाकर देखा गया तो उसकी सांसे चल रही थीं, तत्काल सरकारी गाड़ी द्वारा राम मनोहर लोहिया इमरजेंसी में भेजा गया लेकिन वहां इलाज के दौरान गिरधारी की मृत्यु हो गई.
आपको बता दें कि कुछ दिनों ही लखनऊ के विभूतिखंड के कठौता चौराहे पर मऊ के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंह पर ताबड़तोड़ फायरिंग की गई थी. घायल अजीत सिंह और उसके साथी मोहर सिंह को लोहिया अस्पताल पहुंचाया गया था, जहां डॉक्टरों ने अजीत सिंह को मृत घोषित कर दिया था. इस हत्याकांड के पीछे गैंगवार वजह बताई जा रही थी.