टीएनआर, करनाल
सीएम सिटी करनाल के कैमला गांव आज जमकर हंगामा हुआ. यहां आज सीएम मनोहर लाल की किसान महापंचायत प्रस्तावित थी, जब से किसानों को इस बात का पता चला तो तभी से किसान इस रैली के विरोध में जुट गए थे.
किसानों ने गांव के लोगों के साथ बातचीत कर अपनी तरफ करने की कोशिश भी की, प्रशासन ने किसानों को समझाया भी, मगर किसान हर हालत में सीएम की रैली का विरोध करना चाहते थे .
इसी बीच किसानों ने महापंचायत की जगह पहुंच कर पंडाल में खूब तोड़-फोड़ की. किसानों ने कुर्सिया तोड़ दी और स्पीकर तक तोड़ दिए.
ये पूरा हंगामा तीनों कृषि कानूनों के कारण हुआ, जिन्हें रद्द कराने की मांग को लेकर किसान दिल्ली के बॉर्डरों को घेरकर बैठे हैं. किसानों का कहना है कि हमारी हरियाणा सरकार से कोई दुश्मनी तो नहीं है मगर वो हमारे हक के लिए बात नहीं कर रही, बस यही वजह है कि वो सीएम के कार्यक्रम का विरोध कर रहे हैं.
इस बीच पुलिस ने किसानों को संझाने का प्रयास किया पर किसान नहीं माने और टोल प्लाजा से रैली स्थल की तरफ बढ़ने लगे, तो पुलिस ने नाके लगाकर, बेरिकेडिंग करके उऩ्हें रोकने की खूब कोशिश की.
मगर किसान आगे बढ़ते रहे, लिहाजा वाटर कैनन, आंसू गैस के गोले, सब इस्तेमाल किए गए . रैली स्थल की बात करें तो वहां भी कुर्सियां उल्टी सीधी पड़ी हैं, पुलिस प्रशासन लगातार किसानों को रोकने की कोशिश में जुटी है. हालात ये हो गए कि सीएम का हेलीकॉप्टर अपनी जगह पर उतरे बिना ही वापस लौट गया.
डिप्टी स्पीकर रणवीर गंगवा घेराव केस में आरोपी किसान नेता संदीप धीरणवास ने कहा : किसानों पर झूठे मुकदमे करवाना सरकार की पुरानी आदत है. गंगवा ने ये मुकदमा पूरी किसान कौम पर दर्ज करवाया है. हम कानून का समर्थन करते हैं और सामूहिक गिरफ्तारी देंगे. हिसार पुलिस तैयारी कर ले.
गांव धीरणवास में सामूहिक रूप से निर्णय लिया गया कि डिप्टी स्पीकर रणवीर गंगवा का हुक्का पानी बन्द किया जाएगा. डिप्टी स्पीकर का गांव में घुसने पर पूर्ण प्रतिबंध लगा दिया है. निर्णय लिया गया कि रणबीर गंगवा जब तक नौजवानों पर दर्ज झूठे मुकदमे वापिस नहीं लेता, तब तक बहिष्कार जारी रहेगा.