द न्यूज़ रिपेयर, गन्नौर.
अगवानपुर गांव के सरपंच बलराज द्वारा पंचायत रिकार्ड को टेहा के तालाब में फैककर नष्ट करने व पंचायत रिकार्ड चोरी के झूठा मामला दर्ज कराने के आरोप के बाद उपायुक्त ने सरपंच को तुरन्त प्रभाव से निलंबित कर दिया.
वहीं दूसरी तरफ पुलिस ने सरपंच को गिरफ्तार कर एक दिन के रिमांड के बाद पुलिस ने उसे जेल भेज दिया. उपायुक्त ने खंड विकास एवं पंचायत अधिकारी गन्नौर को आदेश दिए है कि सरपंच के निलंबन के बाद पंचायत की कार्यवाही के लिए पंचों के बहुमत के बाद कार्यवाहक सरपंच की नियुक्ति करे. इसके अलावा ग्राम पंचायत का रिकार्ड, चल- अचल सम्पति को तुरन्त बहुमत रखने वाले तुरन्त कार्यवाहक सरपंच को दी जाए.
गौरतलब है कि अगवानुपर गांव के सरपंच बलराज ने 14 दिसंबर को सरपंच बलराज ने उसके कार्यालय से रिकार्ड चोरी होने की सूचना दी गई थी. साथ ही उसने चोरी का मुकद्दमा भी दर्ज करवा दिया था. अब विभाग को पुलिस विभाग से सूचना मिली कि सरपंच बलराज ग्राम पंचायत अगवानपुर ने पंचायत रिकार्ड चोरी होने की झूठी सूचना दर्ज करवाई थी. इस पर सरपंच बलराज ने निशानदेही पर वे टेहा गांव के पास गंदे पानी के तलाब पर पहुंचे.
यहां तलाब से पुलिस ने कट्टा बरामद किया, जिसमें ग्राम पंचायत का सरकारी रिकार्ड पाया गया. काफी समय तक पानी में पड़े रहने की वजह से काफी रिकार्ड खराब हो गया है. इससे सिद्ध होता है कि अगवानपुर के सरपंच बलराज ने अपने खिलाफ चल रही जांच से बचने के लिए सरकारी रिकार्ड को नष्ट करने की कोशिश की थी. एसईपीओ की शिकायत पर बड़ी पुलिस ने सरंपच के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत मामला दर्ज कर गिरफ्तारी के बाद जेल भेज दिया.