फरीदाबाद, 05 जनवरी. हरियाणा सरकार मुख्यमंत्री मनोहर लाल के दूरगामी एवं कुशल नेतृत्व में पशुपालन एवं डेयरी फार्मिंग को श्रेष्ठ योजनाओं एवं नीतियों के क्रियान्वयन के बल पर बढ़ावा देने के लिए जोर-शोर से अग्रसर है.
प्रदेश में जिला स्तर पर संचालित उपनिदेशक पशुपालन कार्यालय के माध्यम के अलावा उपमंडल स्तर व ब्लॉक स्तर कार्यालय के संबंधित अधिकारियों से आवश्यक जानकारी हासिल करके पशुपालक अपने व्यवसाय को सही दिशा देकर भरपूर लाभ उठा सकते हैं.
उपायुक्त यशपाल ने बताया कि पशुपालन व्यवसाय अधिकांश रूप में कृषि से सम्बन्ध है. क्योंकि पशुओं के चारे की उपलब्धता कृषि व्यवसाय से आसान रहती है. पशुपालकों को जागरूक रहकर उन्नत नस्ल की गाय, भैंस, बकरी इत्यादि रखकर उनकी सही खुराक व उपचार आदि की जानकारी पशु पालन विभाग से हासिल करनी चाहिए. उन्होंने बताया कि पशुपालन और डेयरी विभाग के माध्यम से अनुसूचित जाति वर्ग के लिए भी रोजगार के अवसर प्रदान किए जाते हैं. इसके अंतर्गत डेयरी इकाइयों की स्थापना के लिए आवेदन किया जा सकता है. मुर्रा भैंस और स्वदेशी गायों की दूध रिकॉर्डिंग, देसी गायों के दूध की रिकॉर्डिग के अलावा सूअर पालन इकाइयों की स्थापना करके रोजगार के अवसर हासिल किए जा सकते हैं.
इच्छुक लाभार्थी आवेदक मुख्यमंत्री भेड़ बकरी पालन उत्थान योजना, जर्नल मुख्यमंत्री बकरी पालन योजना, सरल प्लेटफॉर्म के माध्यम से दी जाने वाली किसी भी अन्य सेवाओं एवं योजनाओं का लाभ उठाने के लिए आवेदन कर सकते हैं. अपने पशुओं को निरोग रखने व निरन्तर बेहतर ढंग से दुधारू बनाए रखने के लिए भी विभाग के चिकित्सकों के संपर्क में रहना चाहिए.
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