वरुण सिन्हा, नई दिल्ली : दिल्ली पुलिस ने हिंसा के बाद अभी तक 37 किसान नेताओं पर मामला दर्ज कर लिया है. हालांकि अभी तक दीप सिद्धू और लक्खा सिधाना अभी तक फरार हैं. दूसरी तरफ हिंसा के आरोपी दीप सिद्धू ने एक वीडियो जारी किया कर अपनी सफाई दी है. सिद्धू ने कहा कि उसके आंदोलन के लोग ही उस पर सवाल खड़े कर रहे हैं. सिद्धू ने कहा कि अगर वो मुंह खोल दे तो लोग भाग खड़े होंगे. इसके साथ ही दीप सिद्धू ने किसान नेताओं को बेनकाब करने की भी धमकी दी है.
दीप सिद्धू ने फेसबुक पर लाइव होकर कहा कि किसान नेता कह रहे हैं कि सिद्धू के कारण हिंसा हुई है तो इन नेताओं को पंजाब लौट जाना चाहिए. अगर किसान मेरे कहने पर ही दिल्ली में काम कर रहे हैं तो केंद्रीय मंत्रियों के साथ बैठकें करने वाले किसान नेता यहां क्या रहे हैं.
आपको बता दें कि लालकिले से सिद्धू का वीडियो वायरल हुआ था. जिसके बाद किसान नेताओं ने दीप सिद्धू से पल्ला झाड़ लिया था. संयुक्त किसान मोर्चा ने किसान मजदूर संघर्ष कमेटी के प्रधान कुलवंत सिंह पन्नू, महासचिव सरवण सिंह पंधेर के साथ अभिनेता दीप सिद्धू को उपद्रव के लिए जिम्मेदार ठहराया है. संयुक्त मोर्चा के नेता व भाकियू (राजेवाल) के प्रधान बलबीर सिंह राजेवाल के अनुसार संयुक्त मोर्चा ने इन सभी से अपना नाता तोड़ लिया है.
इन सबके बीच किसान नेताओं पर सवाल उठ रहे हैं कि जब किसान नेता जानते थे कि दीप सिद्धू लोगों को खासकर युवाओं को भड़का रहा था तो उसे रोका और बाहर का रास्ता क्यों नहीं दिखाया गया. जब कहा जा रहा था कि कुछ खालिस्तान समर्थक और नक्सली आंदोलन में घुसपैठ कर चुके हैं तो मोर्चा के नेता चुप क्यों रहे.