नई दिल्ली. इस बार का बजट काफी हद तक कोरोना की वजह से प्रभावित जन-जीवन पर होगा. स्वास्थ्य सेक्टर पर भी सरकार का फोकस कोविड को ध्यान में रखते हुए ही होना चाहिए. इस बार स्वास्थ्य सेक्टर की उम्मीद है कि कोविड से संक्रमित लोगों के इलाज में लगने वाले खर्चों पर टैक्स में छूट मिलेगी.
कोविड 19 के बाद लोगों को लगने लगा है कि अब हेल्थ इंश्योरेंश काफी जरूरी है. ज्यादातर लोगों की कमाई से होने वाली सेविंग कोरोना ने साफ कर दिया. ऐसे में लोगों का हेल्थ इंश्योरेंस की ओर काफी रूझान बढ़ रहा है. समस्या ये है कि स्वास्थ्य बीमा कवर कोविड होने वाले खर्चों से निपटने के लिए पर्याप्त नहीं हैं. इसलिए हेल्थ इंश्योरेंस को बढ़ावा देने के लिए जीएसटी रेट घटाने के भी मांग की जा रही है.
इसके लिए हेल्थ एक्सपर्ट ये उम्मीद कर रहे हैं कि एड्स और दूसरी गंभीर बिमारियों के लिए 80 DDB के तहत सालाना 40 हजार रुपए तक का टैक्स डिडक्शन लाभ मिलता है. ऐसे में कोविड को भी 80 DDB के तहत लाने की मांग उठ रही है. इसके अलावा बजट में नए अस्पताल बनाने, मेडिकल स्टाफ बढ़ाने और जांच व दूसरे हाईटेक मेडिकल इक्विपमेंट के लिए भी बजट में प्रावधान हो सकता है.