नई दिल्लीः उत्तर प्रदेश में भले ही पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान नहीं हुआ, लेकिन प्रत्याशियों ने अपनी तैयारियां शुरू कर दी हैं. अब बस सभी लोगों को चुनाव आयोग की घोषणा का बड़ी बेसब्री से इंतजार है. ऐसे में उम्मीद लगाई जा रही है कि जल्द पंचायत चुनाव की तारीखों का ऐलान हो सकता है. निर्वाचन आयोग ने बुधवार को विभिन्न पदों के उम्मीदवारों के लिए निर्वाचन प्रपत्र उपलब्ध करा दिए हैं. ये मंगलवार को जनपद मुख्यालय पर आ गए. इन्हें राजकीय इंटर कॉलेज में कड़ी सुरक्षा के बीच रखवा दिया गया है.
सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी बीएल भार्गव की देखरेख में निर्वाचन प्रपत्रों की गणना के बाद रखवाया गया. इस दौरान उन्होंने जानकारी देते हुए कहा कि जिला पंचायत सदस्य, ग्राम पंचायत सदस्य, क्षेत्र पंचायत सदस्य, ग्राम प्रधान पद के लिए नामांकन पत्र आयोग से चुनाव कार्यक्रम जारी होने के बाद प्रत्याशी ले सकेंगे. इसके लिए निर्धारित शुल्क भी देना पड़ेगा.
ग्राम पंचायत सदस्य पद के लिए 150 रुपये, ग्राम प्रधान व क्षेत्र पंचायत पद के लिए 300 रुपये, जिला पंचायत सदस्य पद के लिए 500 रुपये व ब्लॉक प्रमुख पद के लिए 800 रुपये नामांकन प्रपत्र की कीमत होगी. पंचायत चुनाव को संपन्न कराने के लिए अंतिम वोटर लिस्ट भी जारी की जा चुकी है. इसे लेकर तमाम तरह की आपत्तियां आई हैं.
बिलग्राम, सवायजपुर, हरदोई, सण्डीला और शाहाबाद के उप जिलाधिकारियों के नेतृत्व में तहसीलदार व उनकी राजस्व टीम आपत्तियों का निस्तारण करने में जुटी हैं. अपर जिलाधिकारी संजय कुमार सिंह ने निर्देश दिए हैं कि आपत्तियों का निस्तारण नियमानुसार कराया जाए. किसी भी तरह का पक्षपात न करें. यदि कोई कर्मचारी लापरवाही या भेदभावपूर्ण तरीके से काम करेगा तो उसके खिलाफ कठोर कार्रवाई होगी.
सहायक जिला निर्वाचन अधिकारी बीएल भार्गव का कहना है कि वोटर लिस्ट को लेकर ई-आपत्तियों का निस्तारण के बाद उनमें संशोधन होगा. तहसील के अधिकारियों को जिम्मेदारी दी गई है कि वे 11 जनवरी तक परिवर्धन, अपमार्जन व संशोधन सूची तैयार कर उपलब्ध करा दें. ताकि इसके बाद वोटर लिस्ट को तैयार किया जा सके. अंतिम तौर पर मतदाता सूची 22 जनवरी को प्रकाशित कर दी जाएगी.