उत्तर प्रदेश के मैनपुरी जिले से एक दिल दहलाने वाला मामला सामने आया है, जहां एक युवती मोहिनी कुमारी ने प्रेम जाल में फंसाकर युवक शिवम को ब्लैकमेल किया और उसे आत्महत्या के लिए मजबूर कर दिया। शिवम ने अपनी मां के नाम लिखे सुसाइड नोट में मोहिनी और उसके परिवार द्वारा किए गए मानसिक, शारीरिक, और आर्थिक उत्पीड़न की पूरी कहानी बयां की। इस घटना ने न केवल मैनपुरी बल्कि पूरे देश में ब्लैकमेलिंग और साइबर अपराधों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग को तेज कर दिया है।
क्या है पूरा मामला?
मैनपुरी के बेवर थाना क्षेत्र के दौलतपुर गांव के रहने वाले रामसेवक साइकिल पंचर जोड़ने का काम करते हैं। उनके सबसे बड़े बेटे शिवम की अमरपुर गांव की मोहिनी कुमारी (पिता स्वर्गीय मनोज कुमार) से दोस्ती हुई, जो जल्द ही प्रेम में बदल गई। मोहिनी ने शिवम के साथ शारीरिक संबंध बनाए और इन निजी पलों की तस्वीरें और वीडियो रिकॉर्ड कर लिए। इसके बाद मोहिनी और उसके परिवार ने इन अश्लील सामग्रियों का इस्तेमाल कर शिवम को ब्लैकमेल करना शुरू किया।
ब्लैकमेलिंग का नंगा नाच
शिवम नोएडा में प्राइवेट नौकरी करता था, जबकि मोहिनी और उसका परिवार गुड़गांव में रहकर फैक्ट्री में काम करता था। मोहिनी के परिजनों को शिवम के साथ उसके रिश्ते और अश्लील वीडियो की जानकारी मिली, जिसके बाद उन्होंने शिवम से पैसे ऐंठने शुरू किए। परिजनों का आरोप है कि शिवम ने किश्तों में मोहिनी के परिवार को 50,000 रुपये दिए, लेकिन उनकी मांगें खत्म नहीं हुईं।
मोहिनी के परिवार ने उसकी शादी किसी अन्य व्यक्ति से तय कर दी और शादी के खर्च के लिए शिवम से 5 लाख रुपये की मांग की। इतनी बड़ी रकम न दे पाने के कारण शिवम भारी तनाव में आ गया। मोहिनी के पिता और चाचा ने कथित तौर पर उसे लगातार धमकियां दीं, जिससे वह मानसिक रूप से टूट गया।
सुसाइड नोट में शिवम की आपबीती
1 अप्रैल 2025 को शिवम ने नोएडा में अपने किराए के कमरे में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। मरने से पहले उसने अपनी मां के नाम एक सुसाइड नोट लिखा, जिसमें उसने मोहिनी और उसके परिवार की करतूतों का खुलासा किया। सुसाइड नोट में शिवम ने लिखा:
- मोहिनी ने उसे प्रेम जाल में फंसाकर अश्लील वीडियो बनाए।
- मोहिनी के परिवार ने इन वीडियो के आधार पर उससे पैसे वसूले।
- उसे मानसिक और आर्थिक रूप से प्रताड़ित किया गया।
- उसने अपनी मां से अपील की कि मोहिनी के परिवार से बदला लिया जाए और मीडिया के जरिए इस मामले को सार्वजनिक किया जाए ताकि उसकी आत्मा को शांति मिले।
पुलिस की कार्रवाई और परिजनों की गुहार
नोएडा पुलिस ने घटना के बाद मोहिनी और उसके परिवार के खिलाफ IPC की धारा 384 (जबरन वसूली) और 306 (आत्महत्या के लिए उकसाना) के तहत FIR दर्ज की। हालांकि, परिजनों का आरोप है कि नोएडा पुलिस ने इस मामले में कोई ठोस कार्रवाई नहीं की। निराश होकर शिवम के परिवार ने मैनपुरी पुलिस और स्थानीय मीडिया से न्याय की गुहार लगाई है। मैनपुरी पुलिस ने मामले की जांच शुरू कर दी है और मोहिनी के परिवार से पूछताछ की तैयारी कर रही है।
ब्लैकमेलिंग: एक गंभीर अपराध
भारतीय दंड संहिता (IPC) की धारा 384 के तहत ब्लैकमेलिंग एक गंभीर अपराध है, जिसमें 7 साल तक की सजा और जुर्माना हो सकता है। इसके अलावा, धारा 503 (आपराधिक धमकी) के तहत भी 2 साल तक की सजा का प्रावधान है। अगर ब्लैकमेलिंग ऑनलाइन होती है, तो धारा 354D (साइबर उत्पीड़न) भी लागू हो सकती है। इस मामले में मोहिनी और उसके परिवार पर इन धाराओं के तहत कार्रवाई की मांग की जा रही है।
परिजनों का दर्द
शिवम के पिता रामसेवक ने बताया कि उनका बेटा मेहनती और ईमानदार था, लेकिन मोहिनी के प्रेम जाल ने उसकी जिंदगी बर्बाद कर दी। परिवार ने मांग की है कि मोहिनी और उसके परिजनों को कड़ी सजा दी जाए ताकि भविष्य में कोई और इस तरह की ब्लैकमेलिंग का शिकार न बने।