Haryana Weather Alert: हरियाणा में इन दिनों सर्दी अपने चरम पर है, लेकिन इस बार बार-बार आ रहे पश्चिमी विक्षोभ (WD) के चलते तापमान जमाव बिंदु तक नहीं पहुंचा। इससे न केवल कड़ाके की ठंड में कमी आई है, बल्कि किसानों को जनवरी में पाले की समस्या से भी राहत मिली है।
जनवरी में तीन पश्चिमी विक्षोभ का असर
जनवरी माह के दौरान हरियाणा में 5 से 6 दिन के अंतराल में तीन पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय हुए। 5 जनवरी, 11 जनवरी, और 15 जनवरी को हल्की से मध्यम बारिश दर्ज की गई। इनमें से दो पश्चिमी विक्षोभ कमजोर रहे, जबकि एक ने प्रदेश में भारी बारिश कराई।
दिसंबर के दौरान भी पश्चिमी विक्षोभ के चलते बारिश और ओलावृष्टि हुई थी। हालांकि, इस बार लगातार सक्रिय हो रहे पश्चिमी विक्षोभ ने तापमान को जमाव बिंदु तक गिरने नहीं दिया।
तापमान 5 से 10 डिग्री के बीच रहा
हरियाणा में दिसंबर और जनवरी के दौरान आमतौर पर तापमान 0 डिग्री या इससे भी नीचे चला जाता है। लेकिन इस बार, तापमान 5 से 10 डिग्री सेल्सियस के बीच रिकॉर्ड किया गया। इससे सर्दी का असर कुछ हद तक कम हुआ है।
21 जनवरी के बाद बदलेगा मौसम
चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविद्यालय के कृषि मौसम विभाग के अनुसार, 21 जनवरी को एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। इसके चलते 22 से 24 जनवरी के बीच प्रदेश में हल्की बारिश और बूंदाबांदी की संभावना है। साथ ही, कुछ स्थानों पर ओलावृष्टि भी हो सकती है।
जनवरी के अंत तक जारी रहेगी ठंड
मौसम विभाग ने यह भी बताया है कि जनवरी के अंत तक ठंड का असर बना रहेगा। पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से हवा का रुख बदलेगा, जिससे हाड़ कंपा देने वाली ठंड जारी रहेगी।
कुल मिलाकर, इस बार हरियाणा में बार-बार आ रहे पश्चिमी विक्षोभ ने ठंड की तीव्रता को कम किया है, लेकिन जनवरी के बाकी दिनों में सर्दी के तेवर तीखे बने रह सकते हैं।
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