Haryana Assembly Election Result: हरियाणा में विधानसभा चुनाव में कथित धांधली को लेकर कांग्रेस ने सत्तारूढ़ भाजपा और चुनाव आयोग पर गंभीर आरोप लगाए हैं। कांग्रेस की फैक्ट फाइंडिंग कमेटी के अध्यक्ष और पूर्व मंत्री कर्ण दलाल ने सोमवार को चंडीगढ़ स्थित कांग्रेस मुख्यालय में रिपोर्ट का पहला भाग जारी किया। उन्होंने दावा किया कि ईवीएम के जरिए 30 से ज्यादा विधानसभा क्षेत्रों को हैक किया गया।
महत्वपूर्ण बिंदु:
- ईवीएम में हेरफेर के गंभीर आरोप।
- चुनाव आयोग की वेबसाइट पर डेटा में अनियमितताएं।
- सीसीटीवी बंद होने और स्ट्रॉन्ग रूम पर संदेह।
- रिपोर्ट के अगले भाग की तैयारी।
ईवीएम पर हेरफेर के आरोप
कर्ण दलाल ने कहा कि 8 अक्टूबर को घोषित किए गए चुनाव परिणामों में कई अनियमितताएं पाई गईं। उन्होंने आरोप लगाया कि चुनाव आयोग की वेबसाइट पर आज तक यह स्पष्ट नहीं है कि किस प्रत्याशी को कितने वोट मिले। दलाल ने कहा, "आयोग शुरू से ही वोट प्रतिशत को आधार बनाकर काम कर रहा है, जबकि असल मुद्दा वोटों की संख्या का है।"
उन्होंने बताया कि मतगणना के दौरान बैलेट वोटों की गिनती में कांग्रेस 70 सीटों पर आगे थी, लेकिन ईवीएम के परिणामों के बाद यह आंकड़ा तेजी से घटता चला गया।
वोटिंग प्रतिशत में बदलाव पर सवाल
दलाल ने बताया कि 5 अक्टूबर को शाम 5 बजे चुनाव आयोग की वेबसाइट पर 61.19% वोटिंग दिखाई गई, जो उसी रात 11:45 बजे 65.65% हो गई। इसके बाद मतगणना से एक रात पहले यह आंकड़ा 67.90% तक पहुंच गया। उन्होंने कहा कि अगर यह डेटा सही है, तो हर विधानसभा क्षेत्र में औसतन 15,175 अतिरिक्त वोट जुड़ने का अनुमान है।
सीसीटीवी बंद होने का मामला
दलाल ने यह भी आरोप लगाया कि मतगणना से एक रात पहले रेवाड़ी, पलवल और होडल सहित कई स्थानों पर बने स्ट्रॉन्ग रूम में 38 मिनट के लिए सीसीटीवी कैमरे बंद कर दिए गए। उन्होंने इसे संदेहास्पद करार देते हुए कहा कि इन स्थानों पर ईवीएम में हेरफेर की गई हो सकती है।
भाजपा की सीटों पर असमान स्ट्राइक रेट
दलाल ने कहा कि भाजपा ने जिन 44 सीटों पर जीत दर्ज की, उनमें से 37 सीटों पर उसका स्ट्राइक रेट 88% रहा। वहीं, शेष 11 सीटों पर यह सिर्फ 23% था। उन्होंने दावा किया कि भाजपा ने खासतौर पर शहरी क्षेत्रों की ईवीएम में गड़बड़ी की है।
नूंह और अन्य क्षेत्रों में अनियमितताएं
नूंह जिले का उदाहरण देते हुए उन्होंने बताया कि वहां 5 और 7 अक्टूबर के बीच वोट प्रतिशत में कमी आई। इसके अलावा, चरखी दादरी और पंचकूला में 7 अक्टूबर की रात को 11% वोटों की वृद्धि दर्ज की गई।
कई सीटों पर वोटों की गिनती अधूरी
दलाल ने कहा कि हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा के विधानसभा क्षेत्र में 711 वोटों की गिनती नहीं हुई। इसी तरह होडल विधानसभा क्षेत्र में 800 वोटों की गिनती नहीं की गई।
ईवीएम से संबंधित शिकायतें
जांच के दौरान यह भी सामने आया कि कई जगहों पर वोट डालने के दौरान ईवीएम से बीप की आवाज नहीं आई। यह संकेत देता है कि वोट दर्ज ही नहीं हुए।
रिपोर्ट के अगले चरण की योजना
कर्ण दलाल ने कहा कि इस रिपोर्ट का दूसरा भाग जल्द ही हलका-वार जारी किया जाएगा। इसे कांग्रेस हाईकमान और चुनाव आयोग को भेजा जाएगा। इसके बाद कांग्रेस तय करेगी कि भाजपा और चुनाव आयोग के खिलाफ क्या कार्रवाई की जाए।
दलाल ने अंत में कहा कि चुनावी प्रक्रिया में हुई इन गड़बड़ियों पर कांग्रेस गंभीरता से नजर रख रही है और इसके खिलाफ कानूनी लड़ाई भी लड़ी जाएगी।
कांग्रेस ने ईवीएम में हेरफेर और चुनाव परिणामों में अनियमितताओं का गंभीर आरोप लगाते हुए चुनाव आयोग और भाजपा की नीयत पर सवाल खड़े किए हैं। इस मामले की विस्तृत जांच और रिपोर्ट के आधार पर कांग्रेस आगे की रणनीति तय करेगी।
कांग्रेस की यह रिपोर्ट राजनीतिक गलियारों में हलचल मचाने वाली है। भाजपा और चुनाव आयोग पर उठाए गए सवालों के जवाब आना बाकी हैं।
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