𝐇𝐚𝐫𝐲𝐚𝐧𝐚 𝐃𝐞𝐬𝐤 : साधु संतों ने शाही स्नान कर किया कपाल मोचन मेले का शुभारंभ, मंडलायुक्त ने की मेले की शुरूआत
बिलासपुर, महर्षि वेद व्यास की कर्म स्थली तीर्थराज बिलासपुर में आयोजित कपाल मोचन मेला 2024 का शुभारम्भ, श्रद्धालुओं ने गो बच्चा घाट, गुरुद्वारा साहिब पहली और दसवीं पातशाही, सूरजकुंड सरोवर पर बाबा दूधाधारी की समाध समेत अन्य मंदिरों में माथा टेक रहे हैं !
हरियाणा, डिजिटल डेक्स || मंडलायुक्त गीता भारती ने प्रदर्शनी स्थल पर पंहुचने पर सबसे पहले विभिन्न विभागों तथा संस्थाओं द्वारा लगाए गए स्टाल का अवलोकन किया। इसके उपरांत उन्होंने हवन यज्ञ तथा दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारम्भ किया।
इस अवसर पर मंडलायुक्त गीता भारती ने कहा कि मेला श्री कपालमोचन-आदिबद्री का एक विशेष धार्मिक महत्व है और इस मेले में हरियाणा प्रदेश के अलावा देश के विभिन्न कोनों से श्रद्धालु पहुंचते हैं, जिनके लिये जिला प्रशासन यमुनानगर द्वारा बेहतरीन व्यवस्थाएं एवं प्रबन्ध किये गये हैं।
उन्होंने मेला में आए श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस मेले में आकर वे अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा मेले में की गई व्यवसथाएं सुचारु रूप से कायम रहें, इसके लिये अधिकारियों, कर्मचारियों के अलावा मेले में पहुंचे सभी लोग सहयोग करें, जिससे की धार्मिक महत्व का यह मेला सफलतापूर्वक सम्पन्न हो पाए।
मंडलायुक्त ने मेले में पहुंचे श्रद्धालुओं से अनुरोध किया कि वे अपने बच्चों तथा युवा पीढ़ी को नशे जैसी बुराई से दूर रखें। इसके लिये भावी पीढ़ी को नशे से होने वाली हानियों और स्वास्थ्य पर पडऩे वाले दुष्प्रभाव के बारे में उन्हें बताएं ताकि युवा पीढ़ी नशे जैसी बुराई से दूर रहे और देश का एक अच्छा नागरिक बनकर प्रदेश एवं देश के नवनिर्माण में अपना योगदान दे पाएं।
मुख्य मेला प्रशासक एवं उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने यह भी कहा कि उनके ध्यान में यह बात भी लाई गई है कि कुछ स्थानों पर रहने की व्यवस्था के दौरान पराली का इस्तेमाल किया जाता है। उन्होंने कहा कि उस पराली का उचित प्रबन्धन कर ही निष्पादन करें। पराली जलाने की कोई भी घटना नहीं होनी चाहिए।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक राजीव देशवाल, अतिरिक्त उपायुक्त आयुष सिन्हा, एसडीएम बिलासपुर एवं मेला प्रशासक जसपाल सिंह गिल, एसडीएम रादौर जय प्रकाश, एसडीएम छछरौली रोहित कुमार, नगराधीश पीयूष गुप्ता सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।
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By, Rahul Sahajwani
इस अवसर पर मंडलायुक्त गीता भारती ने कहा कि मेला श्री कपालमोचन-आदिबद्री का एक विशेष धार्मिक महत्व है और इस मेले में हरियाणा प्रदेश के अलावा देश के विभिन्न कोनों से श्रद्धालु पहुंचते हैं, जिनके लिये जिला प्रशासन यमुनानगर द्वारा बेहतरीन व्यवस्थाएं एवं प्रबन्ध किये गये हैं।
उन्होंने मेला में आए श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि इस मेले में आकर वे अपने आपको गौरवान्वित महसूस कर रही हैं। उन्होंने कहा कि प्रशासन द्वारा मेले में की गई व्यवसथाएं सुचारु रूप से कायम रहें, इसके लिये अधिकारियों, कर्मचारियों के अलावा मेले में पहुंचे सभी लोग सहयोग करें, जिससे की धार्मिक महत्व का यह मेला सफलतापूर्वक सम्पन्न हो पाए।
कहा कि प्रदर्शनी स्थल पर प्रशासन द्वारा विभिन्न सहायता समूहों को एक प्लेटफार्म उपलब्ध करवाया गया है, जिसके द्वारा स्वयं सहायता समूहों को अपने प्रोडक्ट आमजन तक पहुंचाने में आसानी होगी और मेले में आने वाले लोगों को भी उनके प्रोडक्ट्स के बारे में जानकारी मिल पाएगी।
मंडलायुक्त ने मेले में पहुंचे श्रद्धालुओं से अनुरोध किया कि वे अपने बच्चों तथा युवा पीढ़ी को नशे जैसी बुराई से दूर रखें। इसके लिये भावी पीढ़ी को नशे से होने वाली हानियों और स्वास्थ्य पर पडऩे वाले दुष्प्रभाव के बारे में उन्हें बताएं ताकि युवा पीढ़ी नशे जैसी बुराई से दूर रहे और देश का एक अच्छा नागरिक बनकर प्रदेश एवं देश के नवनिर्माण में अपना योगदान दे पाएं।
उन्होंने श्रद्धालुओं से यह भी कहा कि वे अच्छे माहौल और शुद्ध वातावरण में इस मेले का आनन्द लें और अपनी आस्था की डुबकी तीनों सरोवरों में लगाकर पुण्य के भागी बनें।
इससे पूर्व मुख्य मेला प्रशासक एवं उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने मंडलायुक्त गीता भारती का स्वागत करते हुए मेले में प्रशासन द्वारा की गई व्यवस्थाओं एवं प्रबन्धों के बारे में विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने कहा कि इस मेले में 8 से 10 लाख श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है और यह मेला आज से विधिवत रूप से शुरू हुआ है जोकि 15 नवम्बर तक चलेगा।
उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये यहां पर प्रशासन द्वारा एक रैन बसेरा भी बनाया गया है तथा सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस का भी व्यापक बंदोबस्त किया गया है तथा सीसीटीवी कैमरों की मद्द से भी मेले के हर कोने पर पुलिस प्रशासन द्वारा नजर रखी जा रही है।
उन्होंने यह भी बताया कि श्रद्धालुओं की आस्था को देखते हुए पहले ही तीनों सरोवरों की साफ-सफाई करवाकर स्वच्छ जल सरोवरों में भरा गया है और पिछले 4-5 दिनों से श्रद्धालु यहां पंहुचने शुरू हो गये हैं। उन्होंने बताया कि प्रतिदिन 15 से 20 हजार श्रद्धालु मेले में पंहुच रहे हैं और अगले एक-दो दिन में श्रद्धालुओं की और अधिक संख्या बढऩे की संभावना है, जिसको देखते हुए मेला क्षेत्र में सभी मूलभूत सुविधाएं उपलब्ध करवाई गई हैं।
कहा कि श्रद्धालुओं की सुविधा के लिये मेला क्षेत्र में सूचना प्रसारण केन्द्र एवं गुमशुदा तलाश केन्द्र ऋण मोचन सरोवर पर बनाया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि इस मेला में डयूटी पर तैनात सभी अधिकारियों व कर्मचारियों को यह स्पष्ट निर्देश दिये गये हैं कि मेला में आखिरी श्रद्धालु के जाने तक कोई भी अधिकारी, कर्मचारी अपनी डयूटी में किसी प्रकार की कोई कोताही नहीं बरतेगा तथा जो भी व्यवस्थाएं एवं प्रबन्ध मेला में किये गये हैं, उनका विड्रॉल नहीं किया जाएगा।
मुख्य मेला प्रशासक एवं उपायुक्त कैप्टन मनोज कुमार ने यह भी कहा कि उनके ध्यान में यह बात भी लाई गई है कि कुछ स्थानों पर रहने की व्यवस्था के दौरान पराली का इस्तेमाल किया जाता है। उन्होंने कहा कि उस पराली का उचित प्रबन्धन कर ही निष्पादन करें। पराली जलाने की कोई भी घटना नहीं होनी चाहिए।
इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक राजीव देशवाल, अतिरिक्त उपायुक्त आयुष सिन्हा, एसडीएम बिलासपुर एवं मेला प्रशासक जसपाल सिंह गिल, एसडीएम रादौर जय प्रकाश, एसडीएम छछरौली रोहित कुमार, नगराधीश पीयूष गुप्ता सहित विभिन्न विभागों के अधिकारी एवं कर्मचारी मौजूद रहे।