𝐘𝐚𝐦𝐮𝐧𝐚𝐧𝐚𝐠𝐚𝐫 𝐍𝐞𝐰𝐬 : मानसिक स्वास्थ्य को दरूस्त रखना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए- नंदिनी मौदगिल
Shalini Chhabra, Associate Professor, highlighted the importance of discussing mental health and well-being. With mental health disorders affecting one in four people globally, the day seeks to encourage everyone to play a role in fostering better mental health by using primary prevention strategies such as exercise, meditation, stress management techniques, and building strong social relationships.
यमुनानगर, डिजिटल डेक्स || डीएवी गर्ल्स कॉलेज के मनोविज्ञान विभाग और योग विभाग की ओर विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर एक्सटेंशन लेक्चर का आयोजन किया गया। जिसमें राजकीय महाविद्यालय शहजादवाला की सहायक प्रोफेसर नंदिनी मोदगिल व मनोचिकित्सक डॉ अमित सेठी मुख्य वक्ता रहे। कॉलेज प्रिंसिपल डॉ मीनू जैन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम मनोविज्ञान विभाग अध्यक्ष शालिनी छाबडा की देखरेख में हुआ।
सहायक प्रोफेसर नंदीनी मोदगिल ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य को दरूस्त रखना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। अगर हमारा मानसिक स्वास्थ्य ठीक नहीं है, तो हम अपने जीवन के अन्य क्षेत्रों में संतुलन नहीं बना सकते। उसमें चाहे व्यक्तिगत संबंध हो, कामकाज हो, या फिर शारीरिक स्वास्थ्य। हमें मानसिक तनाव, चिंता, अवसाद या किसी भी तरह की भावनात्मक समस्याओं को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, और सही समय पर उनका समाधान खोजना चाहिए।
डॉ. अमित सेठी ने कुछ दवाइयों के बारे में बताया, जो मानसिक बीमारी को दरूस्त करने में योगदान करती है। साथ ही कहा कि मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में योग का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि योग, प्राणायाम, ध्यान, और बालासन और योगनिद्रा जैसे अभ्यास मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं।
शालीनी छाबड़ा ने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य जीवन के प्रत्येक चरण, बचपन, किशोरावस्था, वयस्कता और बुढ़ापे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आजकल की जीवनशैली, तनाव, काम का दबाव, आर्थिक परेशानियां और व्यक्तिगत समस्याएं मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर रही हैं। मानसिक स्वास्थ्य हमारी सोच, समझ, अनुभव और कार्य क्षमता को प्रभावित करता है।
मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने में प्राथमिक रोकथाम महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जैसे शिक्षा, ध्यान, तनाव प्रबंधन तकनीक, शारीरिक गतिविधि, और सामाजिक संबंधों को प्रोत्साहित करना। ये उपाय व्यक्ति को स्वस्थ, खुशहाल और संतुलित जीवन जीने के लिए तैयार करते हैं।
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यमुनानगर, डिजिटल डेक्स || डीएवी गर्ल्स कॉलेज के मनोविज्ञान विभाग और योग विभाग की ओर विश्व मानसिक स्वास्थ्य दिवस पर एक्सटेंशन लेक्चर का आयोजन किया गया। जिसमें राजकीय महाविद्यालय शहजादवाला की सहायक प्रोफेसर नंदिनी मोदगिल व मनोचिकित्सक डॉ अमित सेठी मुख्य वक्ता रहे। कॉलेज प्रिंसिपल डॉ मीनू जैन ने कार्यक्रम की अध्यक्षता की। कार्यक्रम मनोविज्ञान विभाग अध्यक्ष शालिनी छाबडा की देखरेख में हुआ।
सहायक प्रोफेसर नंदीनी मोदगिल ने कहा कि मानसिक स्वास्थ्य को दरूस्त रखना पहली प्राथमिकता होनी चाहिए। अगर हमारा मानसिक स्वास्थ्य ठीक नहीं है, तो हम अपने जीवन के अन्य क्षेत्रों में संतुलन नहीं बना सकते। उसमें चाहे व्यक्तिगत संबंध हो, कामकाज हो, या फिर शारीरिक स्वास्थ्य। हमें मानसिक तनाव, चिंता, अवसाद या किसी भी तरह की भावनात्मक समस्याओं को नजरअंदाज नहीं करना चाहिए, और सही समय पर उनका समाधान खोजना चाहिए।
डॉ. अमित सेठी ने कुछ दवाइयों के बारे में बताया, जो मानसिक बीमारी को दरूस्त करने में योगदान करती है। साथ ही कहा कि मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देने में योग का महत्वपूर्ण योगदान है। उन्होंने कहा कि योग, प्राणायाम, ध्यान, और बालासन और योगनिद्रा जैसे अभ्यास मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर बनाने में अहम भूमिका निभाते हैं।
शालीनी छाबड़ा ने बताया कि मानसिक स्वास्थ्य जीवन के प्रत्येक चरण, बचपन, किशोरावस्था, वयस्कता और बुढ़ापे में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। आजकल की जीवनशैली, तनाव, काम का दबाव, आर्थिक परेशानियां और व्यक्तिगत समस्याएं मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर रही हैं। मानसिक स्वास्थ्य हमारी सोच, समझ, अनुभव और कार्य क्षमता को प्रभावित करता है।
मानसिक स्वास्थ्य के प्रति जागरूकता बढ़ाने में प्राथमिक रोकथाम महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है, जैसे शिक्षा, ध्यान, तनाव प्रबंधन तकनीक, शारीरिक गतिविधि, और सामाजिक संबंधों को प्रोत्साहित करना। ये उपाय व्यक्ति को स्वस्थ, खुशहाल और संतुलित जीवन जीने के लिए तैयार करते हैं।