सांसद कुमारी शैलजा । 𝐁𝐑𝐄𝐀𝐊𝐈𝐍𝐆
हरियाणा, डिजिटल डेक्स।। कैप्टेन अजय यादव को अगर गुरुग्राम सीट से चुनाव लड़वाते तो वो जरूर जीतते। किसी बाहरी व्यक्ति को गुरुग्राम से टिकट दी गई और रिजल्ट भी ख़राब देखने को मिला। चौधरी बीरेंद्र सिंह भी उनके साथ काम करते रहेंगे।
चौधरी बीरेंद्र सिंह, विजेंद्र सिंह, रणदीप सिंह सुरजेवाला और किरण चौधरी की मेहनत की वजह से ही वो सिरसा लोकसभा सीट से चुनाव जीती।
चौधरी बीरेंद्र सिंह, चौधरी रणजीत सिंह, किरण चौधरी और अजय यादव के साथ भी कांग्रेस में हुई ना इंसाफ़ी।
चौधरी बीरेंद्र सिंह और हम लोग एक साथ काम करते रहेंगे।
कांग्रेस पार्टी को मजबूत करने के लिए एक साथ काम करते रहेंगे।
चौधरी बीरेंद्र सिंह पार्टी के दिग्गज नेता है पार्टी को मजबूत करेंगे।
मेरे को भी प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद काम नहीं करने दिया।
मैं तो बेबाकी से काम करती रहूगी।
हरियाणा कांग्रेस में कुछ ज्यादा ही हो गया था।
सांसद कुमारी शैलजा बोली
किरण चौधरी और श्रुति चौधरी के साथ हुई नाइंसाफी। माँ बेटी के साथ इंसाफ नहीं हुआ। मैं चाहती थी कि दोनों ही कांग्रेस में रहते तो एक साथ काम करते।
चौधरी बीरेंद्र सिंह के साथ भी इंसाफ नहीं हुआ है।
कांग्रेस में ऐसे ही हालात चलते रहते है।
पार्टी में बहुत ऐसे नेताओं के साथ ऐसा ही व्यवहार हुआ है।
पार्टी में सबको साथ जोड़ने से ही पार्टी चलती है लेकिन यहाँ स्थिति उलटी है।
कांग्रेस के प्रभारी दीपक बाबरिया का बर्ताव भी किरण चौधरी और उनकी बेटी के साथ अच्छा नहीं था।
पार्टी के अंदर चल रही बातों को पार्टी हाई कमान के समक्ष रखी जाएगी। पार्टी फोरम में सब बातें रखी जाएगी।
कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष उदयभान को सांसद कुमारी शैलजा की नसीहत
कांग्रेस पार्टी में ऐसा कोई नेता नहीं है जो मुझे कुछ सिखाएगा। मैंने बरसों से पार्टी को अपने खून पसीने से सींचा है। प्रदेश अध्यक्ष को जो बोलना है तो बोलते रहे जो मैंने कहना है मैं बोलूगी।
पार्टी के दायरे में रहकर बोलूगी। पार्टी में पार्टी के बारे में कोई सिखाने वाला नहीं है।
कांग्रेस पार्टी में एक आध ही सिखाने वाला होगा तकरीबन सिखाने वाला नहीं है।
बरसों से कांग्रेस पार्टी को खड़ा करने वाले हम है।
हमने कभी भी पार्टी को छोड़ने की बात न कभी की है।
पार्टी को छोड़ने की बात न ही कभी सोची है और न ही कभी सोचेंगे।
पार्टी में हम गर्दन उपर उठाकर चलते है।
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