Wrestler Protest : भारतीय पहलवान साक्षी मलिक ने भारतीय कुश्ती महासंघ (डब्ल्यूएफआई) के प्रमुख बृजभूषण शरण सिंह की इस टिप्पणी पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है कि सरकार को 15 रुपये के पदक जीतने वाले पहलवानों को पैसा नहीं देना चाहिए।
मलिक ने कहा, ''यह उनकी मानसिकता को दर्शाता है।'' "वह नहीं जानते कि देश के लिए पदक जीतने के लिए हमने कितनी मेहनत की है। हम बहुत कुछ नहीं मांग रहे हैं, बस सरकार से थोड़ा सा समर्थन मांग रहे हैं।"
2016 रियो ओलंपिक में कांस्य पदक जीतने वाली मलिक ने कहा कि डब्ल्यूएफआई प्रमुख की टिप्पणी "निराशाजनक" है।
उन्होंने कहा, "महासंघ के प्रमुख से इस तरह की बातें सुनना निराशाजनक है।" "हम वो हैं जो देश का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं और इसे गौरवान्वित कर रहे हैं, लेकिन हमें वह सम्मान भी नहीं मिल रहा है जिसके हम हकदार हैं।"
मलिक की यह टिप्पणी सिंह के एक स्थानीय समाचार चैनल को दिए साक्षात्कार में विवादित टिप्पणी करने के बाद आई है।
सिंह ने कहा था, "सरकार को 15 रुपये के पदक जीतने वाले पहलवानों को पैसा नहीं देना चाहिए।" "उन्हें केवल 15 रुपये दिए जाने चाहिए। वे कुछ भी महान नहीं कर रहे हैं। वे सिर्फ देश के लिए पदक जीत रहे हैं।"
बृजभूषण शरण सिंह की टिप्पणी की खेल बिरादरी से व्यापक आलोचना हुई है।
भारत के पूर्व कप्तान योगेश्वर दत्त ने कहा, 'यह बेहद असंवेदनशील और अपमानजनक टिप्पणी है।' देश का प्रतिनिधित्व करने वाले एथलीटों के बारे में इस तरह की टिप्पणी करना सही नहीं है।
दत्त ने कहा कि डब्ल्यूएफआई प्रमुख को अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए।
योगेश्वर ने कहा, "उन्हें अपनी टिप्पणी के लिए माफी मांगनी चाहिए।" "उन्हें पता होना चाहिए कि एथलीट देश के लिए पदक जीतने के लिए बहुत मेहनत कर रहे हैं।"
डब्ल्यूएफआई ने अभी तक मलिक की टिप्पणियों का जवाब नहीं दिया है।
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