Parliament Ceremony : नए संसद भवन के उद्घाटन समारोह के दूसरे सत्र में पीएम मोदी ने नई संसद में 75 रुपये का सिक्का जारी किया।
नई संसद में ही पीएम मोदी ने अपने पहले संबोधन में कहा कि देश की यात्रा के दौरान कुछ क्षण ऐसे आते हैं, जो हमेशा के लिए अमर हो जाते हैं।
आज ऐसा ही अवसर है। पीएम मोदी ने कहा कि नई संसद सिर्फ एक इमारत नहीं है, यह भारत के 140 करोड़ लोगों की आकांक्षाओं का प्रतीक है।
यह दुनिया को भारत के दृढ़ संकल्प का संदेश देती है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि यह नई संसद आत्मनिर्भर भारत के उदय की गवाह बनेगी। जब भारत आगे बढ़ता है, तो दुनिया आगे बढ़ती है।
ये नई संसद भारत के विकास से दुनिया को भी आगे बढ़ाएगी। पीएम मोदी ने ये भी कहा कि यह हमारा सौभाग्य है कि हम पवित्र ‘सेंगोल’ के गौरव को पुनर्स्थापित करने में समर्थ हुए हैं।
इस सदन में जब भी कार्यवाही शुरू होगी, ‘सेंगोल’ हमें प्रेरित करेगा।
प्रधानमंत्री बोले- नए संसद भवन को देख हर भारतीय गौरव से भरा है
पीएम मोदी ने कहा कि आज नए संसद भवन को देखकर हर भारतीय गौरव से भरा हुआ है। इसमें वास्तू, विरासत, कला, कौशल, संस्कृति और सविंधान भी है।
लोकसभा का आंतरिक हिस्सा राष्ट्रीय पंक्षी मोर पर आधारित है, राज्यसभा का आंतरिक हिस्सा राष्ट्रीय फूल कमल पर आधारित है। संसद के प्रांगण में राष्ट्रीय वृक्ष बरगद भी है।
पीएम मोदी ने कहा कि भारत के साथ-साथ नया संसद भवन भी विश्व की प्रगति में योगदान देगा। भारत लोकतंत्र की जननी है।
यह वैश्विक लोकतंत्र की नींव भी है। लोकतंत्र हमारा ‘संस्कार’, विचार और परंपरा है।
उन्होंने कहा कि कई वर्षों के विदेशी शासन ने हमारा गौरव हमसे छीन लिया। आज भारत ने उस औपनिवेशिक मानसिकता को पीछे छोड़ दिया है।
पीएम मोदी बोले- नई संसद के निर्माण पर गर्व महसूस कर रहे हैं तो…
पंचायत भवन से लेकर संसद भवन तक हमारे देश और यहां के लोगों का विकास ही हमारी प्रेरणा है।
आज जब हम इस नई संसद के निर्माण पर गर्व महसूस कर रहे हैं, तो पिछले 9 वर्षों में देश में 4 करोड़ गरीबों के लिए घर और 11 करोड़ शौचालयों के निर्माण के बारे में सोचते हुए मुझे बहुत संतोष भी होता है।
जब हम नई संसद में आधुनिक सुविधाओं की बात करते हैं, तो मुझे संतोष होता है कि हमने देश के गांवों को जोड़ने के लिए 4 लाख किलोमीटर से अधिक सड़कों का निर्माण किया है।
पीएम मोदी ने कहा कि संसद भवन ने करीब 60,000 श्रमिकों को रोजगार देने का काम किया है। इनके श्रम को समर्पित एक डिजिटल गैलेरी भी बनाई गई है।
आज जब हम लोकसभा और राज्यसभा को देखकर उत्सव मना रहे हैं तो मुझे संतोष है कि हमने देश में 30,000 से ज़्यादा नए पंचायत भवन भी बनाए हैं।
पंचायत भवन से लेकर संसद भवन तक हमारी निष्ठा एक ही है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज से 25 साल बाद, भारत अपनी आजादी के 100 वर्ष पूरे करेगा। हमारे पास भी 25 वर्ष का अमृत कालखंड है।
इन 25 वर्षों में हमें मिलकर भारत को विकसित राष्ट्र बनाना है। आज़ादी का ये अमृतकाल… देश को नई दिशा देने का अमृतकाल है। आज़ादी का ये अमृतकाल… अनंत सपनों को, असंख्य आकांक्षाओं को पूरा करने का अमृतकाल है।
उन्होंने कहा कि गुलामी के बाद हमारा भारत ने बहुत कुछ खोकर अपनी नई यात्रा शुरू की थी। वो यात्रा कितने ही उतार-चढ़ावों से होते हुए, कितनी ही चुनौतियों को पार करते हुए आजादी के अमृतकाल में प्रवेश कर चुकी है।
आजादी का यह अमृतकाल विरासत को सहेजते हुए, विकास को नए आयाम गढ़ने का अमृतकाल है।
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