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Haryana Police News : हरियाणा पुलिस ने शुरु की नई पहल, अब शिकायतकर्ताओं को अंग्रेजी नहीं हिंदी में भेजी जाएगी FIR स्टेटस अपडेट

चंडीगढ़:  हरियाणा में अब लोगों को ले एक राहत की ख़बर आ गई है। ये ख़बर पुलिस से जुड़ी हुई है। इससे उन लोगों को ज्यादा फायदा होगा जो अग्रेजी कम जानते है।  दरअसल पुलिस विभाग ने …

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चंडीगढ़: हरियाणा में अब लोगों को ले एक राहत की ख़बर आ गई है। ये ख़बर पुलिस से जुड़ी हुई है। इससे उन लोगों को ज्यादा फायदा होगा जो अग्रेजी कम जानते है। 

दरअसल पुलिस विभाग ने एक नई सुविधा भी शुरू की है, जिसमें शिकायतकर्ताओं को हिंदी में एसएमएस के माध्यम से प्रथम सूचना रिपोर्ट (FIR) स्टेटस अपडेट भेजे जाते हैं। 

संदेशों में एफआईआर डाउनलोड करने के लिए एक लिंक भी शामिल है। 

क्राइम एंड क्रिमिनल ट्रेकिंग नेटवर्क एंड सिस्टम्स (CCTNS) की हाल ही में हुई बैठक में मुख्य सचिव  संजीव कौशल यह जानकारी दी।

केंद्रीय गृह मंत्रालय और राष्ट्रीय अपराध रिकॉर्ड ब्यूरो (NCRB) द्वारा सभी राज्यों व केंद्र शासित प्रदेशों के लिए किए जाने वाले मासिक मूल्यांकन प्रगति डैशबोर्ड में हरियाणा पुलिस की पहली रैंक बरकरार है। 

सीसीटीएनएस हरियाणा परियोजना का उद्देश्य सूचना एवं संचार प्रौद्योगिकी (ICT) के प्रभावी उपयोग के माध्यम से नागरिक-मित्रता को बढ़ाना, पुलिस संचालन में पारदर्शिता को बढ़ावा देना और नागरिक केंद्रित सेवाओं के वितरण में सुधार करना है।

कौशल ने बतायॉ कि हरियाणा के कुल 277 पुलिस स्टेशनों में बैंडविड्थ को अपग्रेड किया गया है, जो हरियाणा पुलिस की लगातार कनेक्टिविटी में सुधार की प्रतिबद्धता को प्रदर्शित करता है। 

उन्होंने अधिकारियों से स्टेट वाइड एरिया नेटवर्क कनेक्टिविटी के कार्य में तेजी लाने का आग्रह किया, इससे राज्य भर में साइबर अपराध रोकथाम और सहायता योजना सहित नव स्थापित 47 पुलिस स्टेशनों को 10 एमबीपीएस बैंडविड्थ मिलेगी।  

हरियाणा में एंटी करप्शन ब्यूरो की विशिष्ट आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए सीसीटीएनएस प्रणाली में विभिन्न रिपोर्ट विकसित की गई हैं। 

इसके अलावा, विशेष रूप से रक्का (मेडिको लीगल एग्जामिनेशन एंड पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सिस्टम में डॉक्टर द्वारा उत्पन्न एक दस्तावेज) को संबंधित स्टेशन हाउस ऑफिसर (एसएचओ) को सीसीटीएनएस के माध्यम से भेजने के लिए एक नया प्रावधान किया गया है। 

एसएचओ और संबंधित पुलिस अधीक्षक (एसपी) को ईमेल के जरिए अलर्ट भी भेजा जाता है।

इसके अलावा, मेडलीएपीआर में संग्रहीत मेडिकल लीगल रिपोर्ट (MLR) और पोस्टमार्टम रिपोर्ट (PMR) के लिए इसी प्रकार का प्रावधान किया गया है। 

सेंट्रल इक्विपमेंट आइडेंटिटी रजिस्टर (CCR) को सीसीटीएनएस के साथ जोड़ने का कार्य सफलतापूर्वक पूरा कर लिया गया है। इस एकीकरण से नागरिक ऑनलाइन उपकरणों को ब्लॉक करने या अनब्लॉक करने के लिए अनुरोध करने हेतू सक्षम हुए हैं। 

इसके अतिरिक्त, सीसीटीएनएस के साथ इंटर ऑपरेबल क्रिमिनल जस्टिस सिस्टम (ICJS) के माध्यम से विभिन्न अन्य विभागों जैसे स्वास्थ्य, जेल, फोरेंसिक विज्ञान प्रयोगशाला (FSL), अभियोजन और न्यायालयों के साथ सफल एकीकरण किया गया है। 

यह उपलब्धि इन विभागों के बीच निर्बाध सूचना साझाकरण और सहयोग को बढ़ावा देती है, जिससे आपराधिक न्याय प्रणाली को और मजबूत किया जा सकता है। 


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