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Haryana HCS Exam 2023 : विवादों में हरियाणा लोकसेवा आयोग, एचसीएस की परीक्षा में आए 32 सवाल रिपीट, क्या ये है अपने लोगों को भर्ती करने का फार्मूला?

HCS EXAM : हरियाणा लोकसेवा आयोग (HPSE) एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। एचसीएस (हरियाणा सिविल सर्विस एंड एलाइड सर्विसिज) के लिए हुए एग्जाम में 32 सवाल रिपीट होने को कांग्रे…

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HCS EXAM : हरियाणा लोकसेवा आयोग (HPSE) एक बार फिर सुर्खियों में आ गया है। एचसीएस (हरियाणा सिविल सर्विस एंड एलाइड सर्विसिज) के लिए हुए एग्जाम में 32 सवाल रिपीट होने को कांग्रेस ने बड़ा मुद्दा बना लिया है। 

दरअसल, ये वे सवाल हैं, जो पिछली बार हुई परीक्षा में भी थे। विवाद इसलिए गहरा गया है क्योंकि एचसीएस चयन प्रक्रिया में आने बढ़ने के लिए अभ्यर्थियों को सीटेट यानी सिविल सर्विस एप्टिट्यूट टेस्ट पास करना अनिवार्य होता है।

सीटेट पास करने के लिए 33 अंक लेने अनिवार्य हैं। 32 प्रश्न पुराने होने की वजह से विवाद गहरा गया है। यह आरोप लगाया जा रहा है कि जब 32 सवाल ही पुराने हैं तो फिर 33 अंक लेने में परेशानी ही क्या आएगी। 

कांग्रेस इसे साजिश करार दे रही है और आरोप लगाया है कि अपने चहेतों को पेपर पास करवाने के लिए आयोग ने यह काम किया है।

कांग्रेस के राष्ट्रीय महासचिव व सांसद रणदीप सिंह सुरजेवाला ने पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के सिटिंग जज की देखरेख में इसकी उच्च स्तरीय जांच करवाने की मांग की है। यहां बता दें कि एचसीएस की आरंभिक परीक्षा 21 मई को हुई थी। 

इसके दूसरे पेपर में 32 सवाल पुराने थे। सुरजेवाला का कहना है कि नौकरियों में भर्ती घोटालों के चलते आयोग पहले से चर्चाओं में रह चुका है। आयोग के डिप्टी सेक्रेटरी रहे अनिल नागर को विजिलेंस द्वारा पैसों के साथ गिरफ्तार किया जा चुका है। 

उनके कब्जे से ओएमआर शीट भी मिली थी। उन्होंने कहा कि पुरानी परीक्षा वाले सवाल पूछकर अपनों को एडजस्ट करने की कोशिश की है।

आयोग को उन 93 हजार युवाओं से माफी मांगनी चाहिए, जिन्होंने पारदर्शिता के झूठे नारों पर विश्वास करके परीक्षा का फार्म भरा था। सुरजेवाला ने कहा कि एचसीएस की प्रीलिमिनरी परीक्षा में दो पेपर होते हैं। 

इनमें से एक पेपर सामान्य ज्ञान और दूसरा पेपर सिविल सर्विस एप्टिट्यूड टेस्ट होता है जिसे ‘सीसेट’ कहा जाता है। ‘सीसेट’ की परीक्षा में पास होने के लिए हर अभ्यर्थी को 33 प्रतिशत अंक लेने अनिर्वाय हैं तभी उसका सामान्य ज्ञान का पेपर चेक होता है। 

इसके आधार पर मेरिट बनती है।

यदि इस ‘सीसेट’ के पेपर में अभ्यर्थी 33 प्रतिशत अंक नही ले पाता तो वह मेरिट से स्वतः बाहर हो जाता है। 

रणदीप ने कहा कि भाजपा-जजपा सरकार के चहेतों को सैट करने के मकसद से ‘सीसेट’ का पर्चा लीक करने का बड़ा ही बेशर्मीपूर्ण तरीका निकाला है। 

‘सीसेट’ के पेपर में 100 में से 32 प्रश्न पिछली बार की परीक्षा के पेपर से कॉमा-फुलस्टॉप तक बदले बिना यूं के यूं नकल करके दे दिए।


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