Wrestlers Protest : अभय चौटाला का पहलवानों को समर्थन, अगर सरकार ने कार्रवाई नहीं की तो उठाएंगे बड़ा कदम
चण्डीगढ़/दिल्ली : इंडियन नेशनल लोकदल के प्रधान महासचिव अभय सिंह चौटाला ने कहा कि आज खिलाड़ी शोषण और उत्पीडऩ का शिकार हैं और सरकार तानाशाह रवैया अपना रही है। खिलाडिय़ों को मजबूरी में सडक़ों पर उतरना पड़ रहा है। इनेलो पार्टी पूरी तरह से खिलाडिय़ों के साथ है।
अभय सिंह चौटाला रविवार को जंतर-मंतर पर धरना दे रहे पहलवानों के बीच पहुंचे और उन्हें अपना समर्थन दिया और कहा कि इनेलो ने सदैव खिलाडिय़ों के हित में कदम उठाए हैं।
अभय चौटाला ने बताई आप बीती
इनेलो नेता ने कहा कि उनका खिलाडिय़ों से पुराना रिश्ता रहा है और वे स्वयं वॉलीबाल के नैशनल खिलाड़ी रहे हैं। उन्होंने बड़े नज़दीक से देखा है की फेडरेशन के लोग किस तरह से खिलाडिय़ों के साथ दुव्र्यवहार करते हैं।
उन्होंने कहा कि उन्होंने फेडरेशन भी चलाई है और भारतीय ओलंपिक संघ के प्रेसिडेंट भी रहे हैं। सबसे पहले तो उन सभी अछे खिलाडिय़ों के साथ भेदभाव किया जाता है जो नेशनल, अंतरराष्ट्रीय और ओलंपिक खेलों में मेडल ला सकते हैं। लेकिन उनकी जगह सिफारिशी बच्चों को भेज दिया जाता है जिनका ओलंपिक से कोई वास्ता नहीं होता। उन्होंने कहा कि आज खिलाडिय़ों के इस संघर्ष के इस दौर में वे खिलाडिय़ों के साथ समर्पित भाव से खड़े हैं।
सभी वर्ग को लोग दुखी
चौटाला ने कहा कि सभी वर्ग इस सरकार से मायूस हैं। सरहद पर जवानों के साथ अन्याय किया जाता है। खेत में काम करने वाले किसानों को 13 महीने तक इस बेरहम सरकार के खिलाफ आंदोलन करना पड़ा, कर्मचारी और युवा सडक़ों पर आंदोलन कर रहे हैं और अब पहलवानों के साथ शोषण किया जा रहा है। शोषण के खिलाफ कोई आवाज उठाता है तो उसे दबाने की कोशिश की जाती है, मगर हम यह आवाज दबने नहीं देंगे।
हरियाणा बंद करने का ऐलान
अभय सिंह चौटाला ने कहा कि अगर भाजपा सरकार बृजभूषण के खिलाफ जल्द ही कोई बड़ी कार्रवाई नहीं करती है, उसे गिरफ़्तार नहीं करती है तो सभी खिलाड़ी इक्कठा होकर पूरा हरियाणा बंद का ऐलान करें और हमारी पार्टी का एक-एक सिपाही कार्यकर्ता आप के साथ खड़ा मिलेगा और स्वयं अपनी परिवर्तन यात्रा को रोक कर उस हरियाणा बंद का हिस्सा बनेंगे।
उन्होंने कहा कि खिलाडिय़ों के हित में इनेलो सरकार ने अनेक कदम उठाए। इनेलो की सरकार में ही खिलाडिय़ों के लिए ओलम्पिक, कॉमनवैल्थ गेम्स के लिए पदक लाने पर नगद राशि के पुरस्कार देने की नीति बनाई गई। आज हमारे खिलाड़ी देश के लिए मैडल लाते हैं। कुश्ती से लेकर मुक्केबाजी और कबड्डी में हमारे खिलाडिय़ों ने नाम चमकाया हैै। ऐसे में खिलाडिय़ों का अपमान कतई सहन नहीं किया जाएगा।