Sikkim Avalanche : सिक्किम के नाथुला इलाके में मंगलवार को हिमस्खलन हो गया। जिसके चलते वहां एक बच्चे समेत 7 लोगों की जान चली गई। बताया जा रहा है कि हिमस्खलन जवाहरलाल नेहरू मार्ग पर 15वें मील के पत्थर के पास हुआ और नाथुला जा रहे 20-30 पर्यटकों समेत 5 से 6 वाहन हिमस्खलन में फंस गए थे।
त्रिशक्ति कोर, भारतीय सेना और बीआरओ प्रोजेक्ट स्वास्तिक की एक टीम तुरंत कार्रवाई में जुट गई और चौतरफा बचाव अभियान शुरू किया। शाम 4 बजे तक 23 पर्यटकों को बचाया गया और उन्हें भारतीय सेना की नजदीकी चिकित्सा सुविधाओं में स्थानांतरित कर दिया गया। इलाके में खोज और बचाव अभियान अब भी जारी है।
फंसे हुए 350 पर्यटकों और 80 वाहनों का भी रेस्क्यू
इसके अलावा, 350 फंसे हुए पर्यटकों और 80 वाहनों को सड़कों से बर्फ हटाने के बाद बचाया गया। उधर, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हादसे में जान गंवाने वालों के प्रति शोक व्यक्त किया है।
पीएमओ ने ट्वीट किया, “सिक्किम में हिमस्खलन से व्यथित हूं। उन लोगों के प्रति संवेदना जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। मुझे उम्मीद है कि घायल जल्द ही ठीक हो जाएंगे। बचाव अभियान जारी है और प्रभावित लोगों को हर संभव सहायता प्रदान की जा रही है।”
दो मिल आगे निकल गए थे पर्यटक
चेकपोस्ट के महानिरीक्षक सोनम तेनजिंग भूटिया का कहना है कि जिस जगह हादसा हुआ, वहां जाने के लिए पास जारी किया जाता है। सिर्फ 13 मील तक जाने की परमीशन दी जाती है, लेकिन पर्यटक 15 मील के आगे निकल गए थे।
बता दें कि नाथुला दर्रा चीन से लगी सीमा पर स्थित है। यहां बर्फ से ढकी पहाड़ियां और अन्य प्राकृतिक सुंदरता पर्यटकों के लिए आकर्षण का एक बड़ा केंद्र है।
जम्मू में हिमस्खलन की चेतावनी
जम्मू-कश्मीर आपदा प्रबंधन प्राधिकरण ने मंगलवार को अलर्ट जारी किया है। कहा गया है कि अगले 24 घंटों में कुपवाड़ा जिले में लो डेंजर लेवल के साथ हिमस्खलन होने की संभावना है। इन क्षेत्रों में रहने वाले लोगों को सलाह दी जाती है कि वे सावधानी बरतें और अगले आदेश तक हिमस्खलन की आशंका वाले क्षेत्रों में जाने से बचें।
2022 में हुए थे तीन हिमस्खलन
2022 में देश में तीन बड़े हिमस्खलन हुए थे। जनवरी 2022 में तिब्बत के न्यिंगची शहर में डोक्सोंग ला सुरंग के पास हिमस्खलन हुआ था। जिसकी चपेट में आकर 8 लोगों की मौत हो गई थी।
वहीं, नवंबर 2022 में जम्मू-कश्मीर के कुपवाड़ा माछिल इलाके में 5 जवान हिमस्खलन की चपेट में आए थे। तीन जवानों की मौत हो गई थी। वहीं फरवरी 2022 में अरुणाचल प्रदेश में सेना 7 जवानों की मौत हुई थी। उनके शव कई दिनों तक बर्फ में पड़े रहे थे।
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