Jalandhar Byelection : पंजाब में कांग्रेस को बड़ा झटका, जालंधर वेस्ट से पूर्व विधायक ने ज्वाइन की AAP, मान ख़ेमे का लोकसभा कैंडिडेट तय!
जालंधर : एक महीने से अधिक की अटकलों के बाद, जालंधर वेस्ट के पूर्व कांग्रेस विधायक और दलित नेता सुशील रिंकू बुधवार को आम आदमी पार्टी (आप) में शामिल हो गए। सूत्रों के मुताबिक़ उन्हें जालंधर लोकसभा उपचुनाव के लिए पार्टी उम्मीदवार घोषित किए जाने की संभावना है। पार्टी में स्वागत आप के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल, पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान और राज्यसभा सांसद राघव चड्ढा ने किया।
इस मौक़े पर सीएम मान ने कहा, "हम सर्वेक्षण करने और लोगों से उनकी पसंद के उम्मीदवार के बारे में पूछने की एक प्रणाली का पालन करते हैं। सीएम चेहरे के रूप में मेरी घोषणा के दौरान भी ऐसा किया गया था। पार्टी जालंधर उपचुनाव के उम्मीदवार के लिए भी यही प्रक्रिया अपनाएगी।
पंजाब में कांग्रेस को लगेगा झटका
रिंकू को अपने साथ जोड़ने के आप के कदम से आने वाले चुनावों में कांग्रेस की संभावनाओं को झटका लगने की संभावना है। परंपरागत रूप से जालंधर कांग्रेस का गढ़ रहा है, जिसे सत्तारूढ़ आप इन चुनावों में तोड़ने की कोशिश कर रही है। 2022 में AAP के पक्ष में लहर के बावजूद, कांग्रेस यहां की नौ विधानसभा सीटों में से पांच पर जीत हासिल करने में सफल रही थी। दो हफ्ते पहले आप ने जालंधर कैंट के पूर्व अकाली विधायक जगबीर बराड़ को भी अपने साथ जोड़ा था।
रिंकू ने जालंधर लोकसभा उपचुनाव लड़ने के लिए कांग्रेस से टिकट मांगा था, लेकिन पार्टी आलाकमान ने जालंधर के पूर्व सांसद संतोख सिंह चौधरी की पत्नी करमजीत कौर चौधरी के नाम की घोषणा करके सहानुभूति लेने का फैसला लिया है। आप को बता दें कि इस साल 14 जनवरी को राहुल गांधी की भारत जोड़ो यात्रा के दौरान संतोख सिंह चौधरी का दिल का दौरा पड़ने से निधन हो गया था, जिसके बाद से यह सीट खाली हो गई थी।
कांग्रेस के मनाने पर भी नहीं माने रिंकू
दोपहर तक कांग्रेस नेता रिंकू को आप में जाने से मना करते रहे। इस दौरान, रिंकू पार्टी के सभी कार्यक्रमों और पार्टी के वरिष्ठ नेताओं के साथ बैठकों में भाग लेता रहा, जिसमें हाल ही में आयोजित "संविधान बचाओ" अभियान भी शामिल था।
कल रात उन्होंने कांग्रेस के जालंधर उपचुनाव प्रभारी और कपूरथला के विधायक राणा गुरजीत सिंह और शाहकोट के विधायक हरदेव लड्डी के साथ एक साथ भोजन किया था। हालांकि, बेहतर संभावनाओं की उम्मीद में रिंकू ने अपनी मंडली से भी संबंध तोड़ने का फैसला किया। नाराज दिख रहे लड्डी ने कहा, "रिंकू मेरे भाई की तरह रहा है लेकिन अब हम उसके खिलाफ अभियान चलाएंगे और उसकी हार सुनिश्चित करेंगे।"