संपर्क फ़ॉर्म

नाम

ईमेल *

संदेश *

Haryana : किसान का अविष्कार, पेट्रोल बाइक को बना दिया इलेक्ट्रिक बाइक, बैटरी ख़त्म होने पर चलेगी पेट्रोल पर

Haryana News : दुनिया में साल दर साल पेट्रोल और डीज़ल के दाम महँगे ही होते जा रहे है। इससे राहत या छुटकारा पाने के लिए अब मार्केट में इलेक्ट्रिक वाहन सड़कों पर दौड़ने लगे है…

चित्र



Haryana News : दुनिया में साल दर साल पेट्रोल और डीज़ल के दाम महँगे ही होते जा रहे है। इससे राहत या छुटकारा पाने के लिए अब मार्केट में इलेक्ट्रिक वाहन सड़कों पर दौड़ने लगे है। इससे एक तो सस्ता सफ़र होता और दूसरा हमारे पर्यावरण पर बुरा असर नहीं पड़ता है।

इलेक्ट्रिक वाहनों  के लिए केन्द्र सरकार के साथ- साथ राज्य सरकारें भी भारी सब्सिडी मुहैया करवा रही हैं ताकि ज्यादा से ज़्यादा इलेक्ट्रिक वाहनों का इस्तेमाल हो सकें। 

इलेक्ट्रिक बैटरी से चलने वाले ये वाहन हालांकि कीमत में बहुत मंहगे है और लंबी दूरी तय करने में भी असमर्थ हैं। इसी समस्या को दूर करने के लिए हरियाणा के एक किसान ने नया आविष्कार किया है।

पेट्रोल से चलने वाली मोटरसाइकिल इलेक्ट्रिक वाइक

कैथल जिले के गांव खेड़ी गुलाम अली निवासी किसान लखविंदर सिंह ने पेट्रोल से चलने वाली मोटरसाइकिल को बैटरी संचालित बाइक में तब्दील कर दिया है। 

इस बाइक की खासियत यह रहेगी कि पहले यह बैटरी से चलेगा और बैटरी खत्म होने पर पेट्रोल से भी चलाया जा सकेगा। 

इसलिए लंबी दूरी तय करने में भी यह मोटरसाइकिल कारगर साबित होगा।

लखविंदर सिंह ने बताया कि पेट्रोल बाइक को इलैक्ट्रिक बैटरी से संचालित करने के सेटअप पर कुल 60 हजार रुपए खर्च हुए हैं। 

इस बाइक में उन्होंने तीन साल की गारंटी वाली लीथियम की बैटरी इस्तेमाल की है। यह बैटरी आग बिल्कुल भी नहीं पकड़ती है। 

इसके साथ ही, मोटरसाइकिल के अगले पहिये में बदलाव किया गया है और उसमें इलेक्ट्रिक स्कूटर की पुरानी मोटर फिट की गई है। 

65 किलोमीटर तक का किया जा सकता है सफ़र

उन्होंने बताया कि एक बार बैटरी फूल चार्ज करने में लगभग 4 घंटे तक का समय लगता है जिससे 65 km तक का सफर तय किया जा सकता हैं।


किसान ने बताया कि मार्केट में उपलब्ध विभिन्न कंपनियों के इलेक्ट्रिक स्कूटर की सही लाइफ एक साल ही रहती है और उसके बाद बैटरी लाइफ कम होने लगती है। 

इसके अलावा, ग्रामीण स्तर पर सड़कों की खस्ताहाल को देखते हुए भी इलेक्ट्रिक स्कूटर इतने अधिक कामयाब नही है। इसलिए उन्होंने मोटरसाइकिल में बदलाव करने का आइडिया अपनाया। 

बैटरी संचालित साइकिल भी तैयार

साथ ही, उन्होंने बैटरी संचालित साइकिल भी तैयार की है जिसपर 14 हजार रुपए खर्च आया है।

किसान लखविंदर सिंह ने बताया कि वो अपने इस आइडिया में सुधार कर एक और प्रोजेक्ट पर काम कर रहे हैं, जिसमें मोटरसाइकिल की बैटरी को बार- बार चार्ज नहीं करना पड़ेगा। जैसे- जैसे मोटरसाइकिल चलेगी वैसे ही चार्जिंग भी साथ में ही होगी।


आपको ये पोस्ट पसंद आ सकती हैं

टिप्पणियाँ