Rajasthan News : राजस्थान सरकार का बड़ा फैसला, पर्यटन कोष की राशि में किया इजाफा, मिलेगी ये सुविधाएं
जयपुर : अशोक गहलोत के नेतृत्व वाली राजस्थान सरकार ने पर्यटन को नई दिशा देकर रोजगार के द्वार खोले हैं। इसके लिए बकायदा पर्यटन कोष की राशि में बढ़ोतरी की गई है।
बता दें कि पर्यटन की सुविधाएं बढ़ाने और स्थानीय लोगों के लिए रोजगार सृजित करने के उद्देश्य से पर्यटन कोष की घोषणा की गई थी, ऐसे में मुख्यमंत्री ने इस कोष की राशि को 1,000 करोड़ रुपए से बढ़ाकर 1,500 करोड़ रुपए करने की घोषणा की है। इसके जरिए पर्यटन क्षेत्र की देश-विदेश में ब्रांडेड की जाएगी, जिससे देशी-विदेशी पर्यटक राजस्थान की ओर आकर्षित होंगे।
मुख्यमंत्री ने पिछले बजट में पर्यटन को उद्योग का दर्जा देकर पर्यटन इकाइयों- होटल ट्यूर ऑपरेटर्स व ट्रैवल एजेंट्स सहित कोरोना से बदहाल इस क्षेत्र को नई ऊर्जा दी थी। इस कड़ी को आगे बढ़ाते हुए इससे जुड़ी संस्थाओं, इकाइयों में युवाओं को रोजगार के और अधिक अवसर मुहैया कराया जाना प्रस्तावित किया गया है।
जयपुर जैसे शहरों में बढ़ाई जा रही सुविधाएं
पिछले कुछ सालों में प्रदेश में देश-विदेश के कई लोग शादी करने के लिए आ रहे हैं। इसके अलावा राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर के आयोजनों के लिए भी राजस्थान पहली पसंद बनकर उभरा है। इस तरह के आयोजनों के लिए जयपुर, उदयपुर, जोधपुर व अजमेर जैसे शहरों में सुविधाएं बढ़ाई जा रही हैं।
5 जगहों पर बनाए जाएंगे गोल्फ कोर्स
बता दें कि जयपुर, उदयपुर, जोधपुर एवं अजमेर में अंतरराष्ट्रीय स्तर के मीटिंग कॉन्फ्रेंस तथा प्रदर्शनी हॉल बनाए जाएंगे। इसके लिए मुख्यमंत्री ने 100-100 करोड़ रुपए खर्च करना प्रस्तावित किया है।
इसके साथ ही प्रदेश में गोल्फ टूरिज्म की संभावनाओं को देखते हुए माउंट आबू, सिरोही, जोधपुर तथा उदयपुर सहित पांच प्रमुख पर्यटन स्थलों पर 125 करोड़ रुपए की लागत से अंतरराष्ट्रीय स्तर के गोल्फ कोर्स विकसित किए जाएंगे।
अशोक गहलोत सरकार तीर्थराज पुष्कर अजमेर और मेला क्षेत्र को अंतरराष्ट्रीय कैंप सिटी के रूप में विकसित करने के लिए 10 करोड़ रुपए की लागत से डीपीआर बनाएगी। साथ ही विरासत नगरी आमेर जयपुर को आईकोनिक डेस्टिनेशन के रूप में विकसित किया जाना है।