Delhi Liquor Scam Update : प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने गुरुवार को दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया (Manish Sisodia) को तिहाड़ जेल में पूछताछ के बाद आबकारी नीति (Delhi Excise Policy) मामले में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोप में गिरफ्तार किया।
केंद्रीय जांच एजेंसी ने आम आदमी पार्टी के नेता से तीन दिनों में दूसरी बार पूछताछ करने के बाद उन्हें गिरफ्तार कर लिया। ईडी ने पहली बार 7 मार्च को करीब पांच घंटे तक उनका बयान दर्ज किया था।
ईडी ने ये पूछे सवाल
मामले के विभिन्न पहलुओं पर सिसोदिया से पूछताछ की गई, जिसमें बार-बार फोन बदलकर सबूत नष्ट करना, थोक विक्रेताओं के लिए लाभ मार्जिन को पांच प्रतिशत से 12 प्रतिशत तक बदलना, नीति संबंधी ग्रुप ऑफ मिनिस्टर्स की रिपोर्ट में बदलाव का फैसला, आप नेताओं की ओर से विजय नायर को कथित साउथ ग्रुप द्वारा भुगतान की गई रिश्वत शामिल है।
दिल्ली आबकारी नीति मामले के निर्माण और कार्यान्वयन में कथित भ्रष्टाचार के सिलसिले में 26 फरवरी को सीबीआई द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद सिसोदिया वर्तमान में न्यायिक हिरासत में बंद हैं।
दिल्ली आबकारी नीति घोटाला मामला
यह आरोप लगाया गया है कि दिल्ली सरकार की 2021-22 के लिए शराब व्यापारियों को लाइसेंस देने की आबकारी नीति ने कार्टेलाइजेशन की अनुमति दी और कुछ डीलरों का पक्ष लिया, जिन्होंने कथित तौर पर इसके लिए रिश्वत दी थी, इस आरोप का सत्तारूढ़ आम आदमी पार्टी (आप) ने जोरदार खंडन किया था।
नीति को बाद में रद्द कर दिया गया था और दिल्ली के उपराज्यपाल ने CBI जांच की सिफारिश की थी, जिसके बाद ED ने धन शोधन निवारण अधिनियम (PMLA) के तहत मामला दर्ज किया था।
सिसोदिया की गिरफ्तारी
शराब घोटाले में दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया की गिरफ्तारी राजनीतिक लड़ाई में बदल गई है और कई विपक्षी नेताओं ने गिरफ्तारी का विरोध करते हुए पीएम मोदी को पत्र लिखा है। पत्र पर ममता बनर्जी, अरविंद केजरीवाल, भगवंत मान, तेजस्वी यादव, शरद पवार, उद्धव ठाकरे आदि के साथ केसीआर के भी हस्ताक्षर हैं।
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