करनाल : भारतीय किसान यूनियन राष्ट्रीय प्रवक्ता राकेश टिकैत बरसात-ओलावृष्टि से खराब हुई फसलों का जायजा लेने करनाल के कैथल रोड पर शाहपुर गांव के पास खेतों में पहुंचे। चारों तरफ खराब फसलों को देखकर राकेश टिकैत ने कहा कि बरसात ने किसानों की मेहनत पर पानी फेर दिया हैं।
सरकार को किसानों को प्रति एकड़ 25 हजार रुपए का मुआवजा देना चाहिए ताकि किसान कर्ज के बोझ तले न दबें। उन्होंने सरकार पर कटाक्ष करते हुए कहा कि मुख्यमंत्री को फसलों को हुए नुकसान का निरीक्षण हेलिकॉप्टर से नहीं बल्कि खेतों में जाकर करना चाहिए, जिससे सही मायनों में किसानों को हुए नुकसान का पता चल पाएगा।
उन्होंने कहा कि बरसात-ओलावृष्टि से गेहूं-सरसों की फसलों को काफी नुकसान पहुंचा हैं।
जिससे गेहूं का दाना कमजोर होगा, काला पड़ जाएगा। उन्होंने कहा है कि अगर किसान को मुआवजा नहीं मिलेगा तो वे आवाज उठाते रहेंगे। नेता, मंत्री घर-घर जाकर वोट मांगते हैं, चुनाव प्रचार करते हैं, वैसे ही सरकार को नुमाइंदों की ड्यूटी लगानी चाहिए और हर खेत का सर्वे होना चाहिए।
राहुल गांधी की सदस्यता गई ओर नेताओं की भी जाएगी
पत्रकारों ने राहुल गांधी की सदस्यता जाने पर पूछा तो किसान नेता ने कहा कि अभी तो और नेताओं की भी जाएगी।
30 अप्रैल को दिल्ली में होगी एसकेएम की मीटिंग
उन्होंने कहा कि 30 अप्रैल के दिल्ली में एसकेएम की मीटिंग होगी, जिसमें आगामी रणनीति बनाई जाएगी। भाकियू के प्रदेशाध्यक्ष रतनमान ने कहा कि सरकार द्वारा प्रदेश के हर गांव में जांच कमेटी गठित करनी चाहिए, जिसमें नंबरदार, कृषि विभाग का अधिकारी व गांव का पटवारी शामिल होना चाहिए।
मौके पर भाकियू प्रदेशाध्यक्ष रतनमान, जिलाप्रधान यशपाल राणा, सुरेंद्र सांगवान, प्रेम शाहपुर, दिलावर डबकौली इंद्री हलका प्रधान अन्य मौजूद रहे।
‘पंजाब की तरह जारी करें मुआवजे के आदेश’
राकेश टिकैत ने भी कहा कि जिस प्रकार से पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान द्वारा पिछले दिनों हुई बारिश व ओलावृष्टि के कारण किसानों की फसलों में भारी नुकसान मौके पर जाकर मुआयना कर अधिकारियों को उचित मुआवजा का आदेश दिया है उसी प्रकार से हरियाणा प्रदेश के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को किसानों की खराब हुई फसल का भी जल्द से जल्द मौका मुआयना कर किसानों को मुआवजा दिया जाए।
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