H3N2 Cases Symptoms: भारत में तेज़ी से फैल रहा H3N2 वायरस, बुख़ार और खांसी वाले ध्यान दे
H3N2 Symptoms : देशभर में कोरोना जैसा एक वायरस ने लोगों में चिंता और डर पैदा कर दिया है। ये वायरस भारत के कई राज्यों में तेज़ी से फैल रहा है। बदलते मौसम की वजह से आजकल कई लोगों को जुकाम, तेज बुखार और खांसी की समस्या से दो चार होना पड़ रहा है।
अगर आपको भी ये तीनों लक्षण हैं और लंबे समय से हैं तो सतर्क हो जाएं क्योंकि इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) ने कहा है कि देश में बुखार और खांसी का जो मौजूदा प्रकोप चल रहा है वो इन्फ्लूएंजा ए के H3N2 वायरस (H3N2 Virus) की वजह से है।
ICMR के मुताबिक, H3N2 अन्य दूसरे वायरस की तुलना में अधिक प्रभावी है। इस वायरस से पीड़ित लोग बड़ी संख्या में अस्पतालों में भर्ती हो रहे हैं। ICMR में महामारी विज्ञान की प्रमुख डॉ। निवेदिता के मुताबिक, 15 दिसंबर 2022 से अबतक 30 BRDLS एस के डेटा ने इन्फ्लूएंजा ए H3N2 के मामलों की संख्या में तेजी की बात कही है।
कब कम होगा वायरस H3N2 Cases Symptoms
ICMR के मुताबिक मार्च के आखिर या अप्रैल के पहले सप्ताह से वायरस का असर कम होने के संकेत हैं क्योंकि इससे तापमान बढ़ना शुरू हो जाता है। वहीं, एक्सपर्ट के मुताबिक, वायरस से पीड़ित मरीजों को एंटीबायोटिक्स का अधिक इस्तेमाल करने से बचना चाहिए और डॉक्टर से सलाह लेना जरूरी है।
ज़्यादातर मरीजों में बुखार H3N2 Cases Symptoms
ICMR के मुताबिक, अस्पतालों में भर्ती H3N2 के मरीजों में 92 फीसदी मरीजों में बुखार, 86 फीसदी को खांसी, 27 फीसदी को सांस फूलना और 16 फीसदी को घरघराहट की समस्या है। इसके अलावा संस्थान की निगरानी में पाया गया कि ऐसे 16 फीसदी रोगियों को निमोनिया था और 6 फीसदी को दौरे भी पड़े। वहीं, ICMR ने बताया है कि H3N2 वायरस से पीड़ित गंभीर मरीजों में से लगभग 10 फीसदी रोगियों को ऑक्सीजन की जरूरत होती है और 7 फीसदी को आईसीयू में देखभाल की जरूरत होती है।
हर साल इतने आते है मामले H3N2 Cases Symptoms
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के मुताबिक, पूरी दुनिया में हर साल इस मौसमी इन्फ्लूएंजा वायरस के 30-50 लाख मामले सामने आते हैं। इनमें से 2।9 से लेकर 6।5 लाख लोगों की मौत सांस की बीमारी की वजह से हो जाती है। WHO का कहना है कि बीमारी को रोकने का सबसे प्रभावी तरीका टीकाकरण है।