Amritpal Arrest Operation : स्वर्ण मंदिर में मीडिया के सामने सरेंडर करने की फिराक अमृतपाल, अलर्ट पर सुरक्षा एजेंसियां, रखी ये शर्तें
Amritpal Arrest Operation: पंजाब पुलिस और सुरक्षा एजेंसियों का खालिस्तानी समर्थक अमृपाल सिंह को हिरासत में लेने का ऑपरेशन जारी है। इस बीच ख़बर है कि पंजाब पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा एजेंसियों ने अंदेशा जताया है कि खालिस्तानी समर्थक और पंजाब में भगोड़ा घोषित अमृतपाल स्वर्ण मंदिर में मीडिया के सामने सरेंडर करने की फिराक में है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक़ पंजाब पुलिस को आशंका है, अमृतपाल दरबार साहिब में प्रवेश कर श्री अकाल तख्त साहिब पर जाने का प्रयास कर सकता है, और फिर वहां पर मीडिया की मौजूदगी में पब्लिक के बीच सरेंडर करने का इरादा रखता है।
इस इनपुट को ध्यान में रखते हुए स्वर्ण मंदिर परिसर के आसपास सुरक्षा बढ़ा दी गई है। पंजाब पुलिस के अलावा जांच एजेंसियां भी हाईअलर्ट पर है। अमृतपाल की तलाश में पंजाब के कई इलाकों में कल रात से ही सर्च ऑपरेशन जारी है।
होशियारपुर में चलाया गया सर्च अभियान
पंजाब पुलिस को इंटेलिजेंस इनपुट मिला था कि होशियारपुर के एक गांव में अमृतपाल अपने साथियों के साथ छिपा हुआ था। जानकारी मिलने पर पुलिस ने इस इलाके में घर-घर जाकर सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया।
पुलिस ने इनपुट के आधार पर मंगलवार देर रात मरनीयां गांव में अमृतपाल को लेकर तलाशी शुरू की थी और उसकी काउंटर इंटेलिजेंस ब्रांच ने फगवाड़ा तक उस कार का पीछा किया था लेकिन बाद में वह उस कार को छोड़कर फरार हो गया। जिस जगह पर अमृतपाल कार छोड़कर फरार हुआ था पुलिस ने उस पूरे इलाके की घेराबंदी कर ली और इलाके में डोर-टू डोर सर्च ऑपरेशन चला दिया साथ ही बगल के इलाकों में पुलिस ने सभी एजेंसियों को हाई अलर्ट पर डाल दिया।
अभी तक नहीं हो पाई गिरफ़्तारी
पंजाब पुलिस और केंद्रीय सुरक्षा बलों ने 18 मार्च से खालिस्तान समर्थक वारिस पंजाब दे संगठन के सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी। अमृतपाल उसके बाद से ही फरार है। वह 18 मार्च को जालंधर से भाग निकला था। अमृतपाल और उसके सहयोगियों के खिलाफ वैमनस्य फैलाने, हत्या के प्रयास, पुलिसकर्मियों पर हमले और लोकसेवकों के कर्तव्य निर्वहन में बाधा उत्पन्न करने से संबंधित कई आपराधिक आरोपों के तहत मामले दर्ज किए गए हैं।
Amritpal Singh News: अमृतपाल सिंह ने रखी शर्तें!
एबीपी न्यूज़ के मुताबिक अमृतपाल सिंह ने पुलिस के सामने तीन शर्तें रखी हैं। वारिस पंजाब दे के प्रमुख अमृतपाल सिंह ने कहा कि उसकी गिरफ़्तारी को आत्मसमर्पण दिखाया जाए। उसे पंजाब की जेल में रखा जाए। जेल में या पुलिस कस्टडी में उसकी पिटाई न की जाए।
सूत्रों के मताबिक, पुलिस और अमृतपाल के बीच में कुछ धार्मिक नेता बिचौलिये का काम कर रहे हैं। सूत्रों ने बताया कि अमृतपाल दमदमा साहिब में भी सरेंडर कर सकता है, अकाल तख्त के जत्थेदार वहां जा सकते हैं।
बता दें कि पंजाब पुलिस ने अमृतपाल सिंह के खिलाफ 18 मार्च को ऑपरेशन शुरू किया था। तब वह भागने में सफल रहा। इसके बाद अमृतपाल सिंह के हरियाणा के कुरुक्षेत्र में होने की खबर मिली। इसके बाद वह यूपी और दिल्ली भी आया। अब एक बार फिर अमृतपाल सिंह के पंजाब में होने की खबर है।
सूत्रों के मुताबिक, उत्तराखंड नंबर की गाड़ी से अमृतपाल अपने सहयोगी के साथ मंगलवार शाम को पंजाब के फगवाड़ा पहुंचा था। सूत्रों ने बताया कि पुलिस अमृतपाल के आसपास है पर उसे पकड़ नहीं पा रही है। अमृतपाल के फरार हो जाने के बाद से पंजाब पुलिस हाई-अलर्ट पर है।
अमृतपाल सिंह पर क्या हैं आरोप?
अमृतपाल और उसके सहयोगियों ने एक गिरफ्तार व्यक्ति की रिहाई की मांग को लेकर अमृतसर के निकट अजनाला थाने पर धावा बोल दिया था। इस घटना के करीब तीन सप्ताह बाद 18 मार्च को पुलिस ने उसके और उसके खालिस्तान समर्थक ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन के सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई शुरू की थी।
अमृतपाल और उसके सहयोगियों के खिलाफ वैमनस्य फैलाने, अवैध हथियार रखने, हत्या के प्रयास, पुलिसकर्मियों पर हमले और लोकसेवकों के कर्तव्य निर्वहन में बाधा उत्पन्न करने से संबंधित कई आपराधिक आरोपों के तहत मामले दर्ज किए गए हैं।