Turkey Earthquake Update: तुक्री में आए भयंकर भूकंप ने पूरी दुनिया को सदमें पहुंचा दिया है। यहां सोमवार को आए एक के बाद एक भूकंप के झटकों ने तुर्की और सीरिया को तरस बहस कर दिया है। ताज़ा आंकड़ो के मुताबिक़ इस भूकंप में मरने वालों की संख्या 4500 को पार कर गई है।
भूकंप की तीव्रता 7.8 थी। भूकंप के चलते कंपन इतना तेज था कि हजारों इमारतें ताश के पत्तों की तरह भरभराकर गिर गईं। तुर्की प्रशासन का कहना है कि अभी तक 5606 इमारतें गिर चुकी हैं। तबाही का यही मंजर सीरिया में भी देखने को मिला है।
मौसम ख़राबी के चलते रेस्क्यू में दिक़्क़त
तुर्की के स्वास्थ्य मंत्री ने बताया कि मौसम और आपदा का दायरा रेस्क्यू टीमों के लिए चुनौतियां पैदा कर रही हैं। खराब मौसम के चलते रेस्क्यू टीम के हेलिकॉप्टर भी उड़ान नहीं भर पा रहे हैं। इतना ही नहीं हाल ही में तुर्की और सीरिया के कई इलाकों में भारी बर्फबारी हुई है। इसके चलते तापमान में भी गिरावट आई है।
तुर्की और सीरिया की मदद के लिए दुनिया आई आगे
लॉस एंजिल्स काउंटी फायर डिपार्टमेंट ने 78 सदस्यों सर्च एंड रेस्क्यू टीम को तुर्की भेजने का ऐलान किया है।
UNICEF भी तुर्की सरकार के संपर्क में है। यूनिसेफ तुर्की सरकार और तुर्की के आपदा और आपातकालीन प्रबंधन के साथ मानवीय जरूरतों को पूरा करने में जुटा है। इतना ही नहीं UNICEF सीरिया में भी मदद पहुंचाने की कोशिश में जुटा है।
दक्षिण कोरिया ने भी तुर्की के लिए मदद की पेशकश की है। कोरिया के राष्ट्रपति यून सुक येओल की ओर से कहा गया है कि हम तुर्की की किसी भी तरह से मदद करने के लिए तैयार हैं।
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने तुर्की के राष्ट्रपति एर्दोगन से बात की है और कहा कि अमेरिका तुर्की की मदद करने के लिए तैयार है। उन्होंने कहा कि तुर्की में रेस्क्यू अभियान में मदद और समर्थन करने के लिए अमेरिकी टीमों को तेजी से तैनात किया जा रहा है। इतना ही नहीं हेल्थ टीमें भी तैनात की जा रही हैं। रूस ने 300 सैनिकों की 10 टीमें रेस्क्यू के लिए सीरिया भेजी हैं।
भारत की बचाव टीम तुर्की के लिए रवाना
एक भारतीय वायु सेना सी-17 राष्ट्रीय आपदा प्रतिक्रिया बल (एनडीआरएफ) की खोज और बचाव टीमों के साथ तुर्की के लिए रवाना हुई. यह विमान एक बड़े राहत प्रयास का हिस्सा है जो IAF द्वारा अन्य भारतीय संगठनों के साथ किया जाएगा.
भूकंप की तीव्रता 7.8
भूकंप की तीव्रता 7.8 मापी गई है। भूकंप के बाद तुर्की और सीरिया में बड़े नुकसान की जानकारी सामने आई है।
बताया जा रहा है कि भूकंप के झटके लेबनान, सीरिया में भी महसूस किए गए। सीरिया में अलेप्पो और हमा शहर से नुकसान की खबरें सामने आ रही हैं।
सिविल डिफेंस के मुताबिक, सीरिया में तुर्की से लगे इलाकों में कई इमारतें गिर गईं। दमिश्क में भी भूकंप के झटकों के बाद लोग सड़कों पर आ गए। लेबनान में करीब 40 सेकेंड तक भूकंप के झटके महसूस किए गए।
12 घंटे के भीतर दूसरा झटका
तुर्की अभी एक झटके से संभला ही नहीं था कि 12 घंटे के बाद एक और बड़ा भूकंप का झटका महसूस किया गया। तुर्की में दूसरा झटका शाम को 7.5 तीव्रता का आया। अभी लोगों को बचाया जा रहा है। एनडीआरफ की टीमें लगी हुई है।
ये था भूकंप का केंद्र Turkey Earthquake News
भूकंप गजियांटेप से लगभग 30 किलोमीटर पश्चिम उत्तर पश्चिम में और अलेप्पो, सीरिया से 114 किलोमीटर उत्तर-पश्चिम में था।
अभी तक आधिकारिक तौर पर किसी भी प्रकार के हताहत की कोई जानकारी नहीं आई है। लेकिन सोशल मीडिया पर कई तरह के वीडियो पोस्ट किए जा रहे है जिसमें भारी नुक़सान दिखा है।
इतने तेज़ भूकंप में कई लोगों के मारे जाने की आशंका जताई जा रही है। हालाँकि अभी तक इस बारे में कोई अपडेट नहीं आया है।
सीरिया और यमन तक भूकंप के झटके
BNO न्यूज ने बताया कि भूकंप के कारण कई इमारतें ढह गईं और कई लोगों के मलबे में फंसे होने की आशंका है।
भूकंप इतना तेज़ था कि कथित तौर पर झटके सीरिया और यमन तक महसूस किए गए।
1999 में 7.4 तीव्रता के भूकंप ने मचाई थी तबाही
Duzce 1999 में 7.4 तीव्रता के भूकंप से प्रभावित क्षेत्रों में से एक था। जिसने दशकों में तुर्की को सबसे बुरी तरह तबाह कर दिया था।
उस भूकंप में इस्तांबुल में लगभग 1,000 सहित 17,000 से ज्यादा लोगों की मौत हो गई थी।
इससे पहले भी भूकंप ने किया है तबाह
जनवरी 2020 में इलाज़िग में 6.8 तीव्रता का भूकंप आया था, जिसमें 40 से अधिक लोग मारे गए थे।
साल 2020 में ही अक्टूबर में, एजियन सागर में 7.0 तीव्रता का भूकंप आया, जिसमें 114 लोग मारे गए और 1,000 से अधिक घायल हो गए।
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