Singer Vani Jayaram Passed Away: 10,000 से ज़्यादा गाने वाली गायिका वाणी जयराम का निधन
चेन्नई: लोकप्रिय गायिका वाणी जयराम (Vani jayaram is no more) (78) का निधन हो गया। उन्होंने चेन्नई स्थित अपने घर में अंतिम सांस ली। 30 नवंबर, 1945 को वाणी जयराम (Vani jayaram Passed away) का जन्म दुरईस्वामी और पद्मावती के घर हुआ था।
8 साल की उम्र में मिली तारीफ़
उनका मूल स्थान तमिलनाडु में वेल्लोर है। उनका असली नाम कलैवानी है। वाणी जयराम छह बहनों में पांचवीं संतान हैं। उन्होंने आठवें वर्ष में एक संगीत समारोह का आयोजन किया और प्रशंसा प्राप्त की।
10 साल की उम्र में गाया पहला रेडियो पर गाना
दस साल की उम्र में उन्होंने पहली बार ऑल इंडिया रेडियो पर गाना गाया। 1970 में फिल्म 'गुड्डी' के जरिए वह प्लेबैक सिंगर बनीं। तानसेन को पहले गाने के लिए ही चार अन्य पुरस्कार मिले।
जब पहली बार जीता राष्ट्रीय पुरस्कार
फिल्म 'अभिमानवनुडु' के माध्यम से उन्हें तेलुगु दर्शकों के लिए एक गायिका के रूप में पेश किया गया था। बालाचंदर द्वारा निर्देशित फिल्म 'अपूर्वा रागंगल' के लिए उन्हें पहली बार राष्ट्रीय पुरस्कार मिला। के. विश्वनाथ द्वारा निर्देशित फिल्म 'शंकरभरणम' के गीत मनसा संचारारे ने दूसरी बार राष्ट्रीय पुरस्कार जीता।
14 भाषा में 10 हज़ार से ज़्यादा गाने गाये
वाणी जयराम ने 'स्वाथीकिरणम' के गीत 'अनाथी नियारा हारा' के लिए तीसरी बार सर्वश्रेष्ठ महिला गायिका का राष्ट्रीय पुरस्कार जीता। हिंदुस्तानी शास्त्रीय गायन में महारत हासिल वाणी जयराम ने तेलुगु, तमिल, कन्नड़, मलयालम, हिंदी, भोजपुरी, मराठी, उड़िया जैसी 14 भाषाओं में दस हजार से ज्यादा गाने गाए हैं। केवी महादेवन, एम.एस.
सरकार कर चुकी है पद्म भूषण पुरस्कार घोषणा
विश्वनाथन, इलियाराजा, पेंडाल्या, चक्रवर्ती, सलूरी राजेश्वर राव ने संगीत में अधिकांश गीत गाए। संगीत के क्षेत्र में उनकी सेवाओं के लिए, जब केंद्र सरकार ने उन्हें पद्म भूषण पुरस्कार देने की घोषणा की, तो यह दुख की बात है कि वो अब हमारे बीच नहीं है।
वाणी जयराम के निधन से संगीत जगत में शोक की लहर दौड़ गई। फिल्मी सितारे शोक व्यक्त कर रहे हैं कि उनकी आत्मा को शांति मिले।